उत्साह और भक्ति से जुड़े अलीगढ़ के एक बुजुर्ग कारीगर ने अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के लिए एक अद्भुत योगदान दिया है। इस अनूठे करिश्मा से उन्होंने सभी को विचित्रित कर दिया है। भगवान श्रीराम के भक्त सत्य प्रकाश शर्मा ने ‘दुनिया का सबसे बड़ा हस्तनिर्मित ताला’ तैयार करके सभी की आँखों में आश्चर्य भर दिया है। इस महान कारीगर द्वारा बनाए गए 400 किलो वजन वाले ताले को अगले साल जनवरी में श्रीराम मंदिर के अधिकारियों को सौंपा जाने की उम्मीद है।
सत्य प्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी रुक्मणी ने अपने परिवार के साथ अगले सदी से भी ज्यादा समय से अलीगढ़ में ताले बनाने का काम किया है। इस खास क्षेत्र के चमत्कारी ताले और कलाकृतियों में उनकी महारत बेमिसाल है। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने इस महान काम के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है और अगले साल की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उनका सम्मान किया जाएगा।
यह भक्ति और कौशल का प्रतीक माना जा रहा है, जो भगवान श्रीराम के आवास स्थल में एक अद्भुत संदेश देता है। इस ताले को बनाने में करीब 2 लाख रुपये का खर्च आया है, जिसमें शर्मा ने अपनी सेविंग्स को लगाया है। इस महान काम के पीछे उनका संघर्ष और समर्पण है, जो इसे एक खास और भव्य ताले के रूप में परिवर्तित करता है।
यह उपहार न केवल श्रीराम मंदिर के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का स्त्रोत है। अलीगढ़ के इस नेतृत्वी बुजुर्ग कारीगर द्वारा बनाए गए ताले का प्रदर्शनी में रखने का निर्णय श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों द्वारा गर्व से स्वीकारा जा रहा है। इस उपलब्धि के साथ हम सभी उन्हें बधाई देते हैं और इस अद्भुत प्रतीक के पीछे उनके उत्साह और श्रद्धा को सलाम करते हैं।