दिल्ली के बादशाह शाहजहां की नगरी में नव उद्यमी परियोजना का आगाज होने वाला है, जिसका नाम है ‘द्वारका एक्सप्रेसवे’. यह परियोजना देश में पहली बार होने जा रही है जिसमें एक एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी खासियत है इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम की सुविधा। इस सुरंग को बनाने में लगे स्टील और कंक्रीट के मामूले संख्याओं का आकर्षण है।
इस एक्सप्रेसवे की विशेषता है कि यह देश का पहला 8 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे होगा जिसमें इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम का उपयोग होगा। यह ट्रांसपोर्ट सिस्टम वाहनों के लिए टोल चुकाने की सुविधा प्रदान करेगा, जिसमें वाहन जीपीएस से जुड़े होंगे और दूरी की गणना के आधार पर टोल टैक्स बैंक खाते से कटवाए जाएंगे।
इस परियोजना में द्वारका और सेक्टर-113 को ग्लोबल सिटी से जोड़ा जाएगा, जो बेहद महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही द्वारका एक्सप्रेसवे में उपयोग हो रहे स्टील की मात्रा पेरिस के एफिल टॉवर में उपयोग की गई स्टील से 30 गुना ज्यादा है, जबकि इसमें इस्तेमाल हो रहे कंक्रीट की मात्रा दुबई के बुर्ज खलीफा में उपयोग की गई कंक्रीट से 6 गुना ज्यादा है।
यह परियोजना न केवल सुरंग के निर्माण में विशेषता रखती है, बल्कि इसमें 12,000 पेड़ों का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे यह एक आदर्श पर्यावरण सुरक्षा परियोजना भी बन जाती है।
इस एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली की यातायात समस्याओं का समाधान होने की उम्मीद है, साथ ही यह परियोजना विश्वस्तरीय वाहन सुरक्षा और पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।”