मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहन योजना के प्रचार प्रसार के दौरान कई बार बिजली के बड़े बिल को छोटा किया जाएगा इस घोषणा की दी थी, लेकिन यह घोषणा अभी तक बिजली विभाग के दफ्तर तक पहुंचने में नाकाम रही है। कांग्रेस इस घोषणा को चुनाव के संदर्भ में खेलने की आरोपीत है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहन योजना के तहत बेटियों के खातों में प्रति वर्ष तीन किस्तों की घोषणा की थी, जिसमें प्रति किस्त 2000, 3000 और 4000 रुपये की होगी। उन्होंने यह भी कहा कि गरीब बिजली के बिल का बोझ उठाने में असमर्थ लोगों के लिए सरकार बिल भरेगी और बड़े बिल को परीक्षण के बाद छोटा किया जाएगा।
लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस घोषणा की अब तक कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है और वे अभी पुरानी प्रक्रिया के माध्यम से ही बिजली बिल की वसूली कर रहे हैं।
कांग्रेस ने इस घोषणा को चुनावी हिसाब से खेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने अपने कार्यकाल में 25000 से ज्यादा घोषणाएं की हैं, लेकिन उनमें से 20000 से अधिक घोषणाएं पूरी नहीं हुई हैं। इसके अलावा वे बिजली विभाग की घोषणा याद दिलाने की जनता से उम्मीद कर रहे हैं। यह आरोप कांग्रेस द्वारा चुनाव में भाजपा सरकार के खिलाफ उठाया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिजली बिल छूट की घोषणा के माध्यम से गरीबों के लिए सशक्तिकरण की बात कही थी, लेकिन इसकी प्राकृतिकता अब तक सामने नहीं आई है। क्या यह घोषणा चुनावी दंगल में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकेगी, यह अभी देखने की बात है।