प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना बंद होने के कारण लगभग 500 लाभार्थियों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पोर्टल बंद होने के कारण लाभार्थियों इसके लिए आवेदन नहीं कर पा रहे। इस कारण लाभार्थी महिलाओं को अभी आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी है। योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने साल 2017 में की थी
इसका उद्देश्य गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता मुहैया कराना है। योजना से मिलने वाली आर्थिक सहायता से लाभार्थी स्वास्थ्य संबंधी उचित सुविधाएं ले सकती हैं और अच्छा खानपान लेने के साथ जन्म के समय बच्चे की सही देखरेख कर सकती हैं। ऐसा गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर में कमी लाने के लिए किया जा रहा है। योजना के तहत महिलाओं को किस्तों में छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
सरकार ने योजना में बदलाव कर दिया है। अब सहायता राशि दो किस्तों में दी जाएगी। इस राशि को प्राप्त करने के लिए लाभार्थी का पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। यह पोर्टल मार्च माह से बंद पड़ा है, इसलिए लगभग 500 लाभार्थी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन नहीं कर सकी हैं। सहायता के लिए उन्हें पोर्टल चालू होने तक इंतजार करना पड़ेगा।
मेरी पुत्र वधु शिवानी को प्रसव हुआ है। पोर्टल बंद होने के कारण प्रधानमंत्री मातृत्व योजना का लाभ नहीं मिला है। गर्भवती महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार द्वारा इंदिरा गांधी मातृत्व पोषण योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत राज्य की ऐसी गर्भवती महिलाओं को 6000 रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी जो दूसरी संतान को जन्म देने जा रही है। इस योजना के अंतर्गत दी जाने वाली राशि के माध्यम से गर्भवती महिलाये अपने खान-पान सम्बन्धी सामग्री खरीद सकती हैं। जिसके माध्यम से माता और बच्चा दोनों स्वस्थ होंगे। इस योजना के लिए केवल राजस्थ
ान राज्य की गर्भवती महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं।
योजनाओं के माध्यम से सरकार गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं आर्थिक स्तर को सुधारने का प्रयास कर रही है। यह योजनाएं गरीबी और कमजोरी से ग्रसित महिलाओं को समर्थन प्रदान कर उन्हें उनकी गर्भावस्था के दौरान और उसके बाद भी सहायता पहुंचाने का काम करती हैं। इन योजनाओं के माध्यम से समाज में महिलाओं के दर्जे को मजबूत बनाने का प्रयास होता है और इससे गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य की देखभाल में सुधार होता है।
यहीं नहीं, गर्भवती महिलाओं को सहायता प्रदान करने के लिए और भी कई योजनाएं सरकार चला रही है, जो मातृत्व सुरक्षा और बच्चों के स्वस्थ जन्म को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन योजनाओं का लाभ सभी गर्भवती महिलाओं को उनकी जरूरतों के अनुसार प्रदान किया जाता है और इससे समाज की विभिन्न वर्गों में रहने वाली महिलाओं के साथ-साथ गर्भवती विकलांग महिलाओं को भी बेहतरीन समर्थन मिलता है।
गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा और समृद्धि हमारे समाज की उन्नति का एक महत्वपूर्ण पहलू है। इन योजनाओं के माध्यम से सरकार समाज के सभी वर्गों के लोगों को समान रूप से समर्थन प्रदान कर रही है, ताकि हर गर्भवती महिला एक स्वस्थ्य और सुरक्षित मातृत्व का अनुभव कर सके। इस प्रकार, योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें समृद्धि और सम्मान से जीने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।