छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री सुपोषण योजना द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में चिकित्सा सामग्री की सफल आपूर्ति हो रही है। इस योजना के अंतर्गत, आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के सुपोषण और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति की जा रही है।
दंतेवाड़ा जिले के महिला बाल विकास विभाग ने मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत 2 परियोजनाओं में मूंगफली चिक्की की सप्लाई की है। जल्द ही 8 परियोजनाओं में इसे लागू किया जाने की योजना बन रही है।
इस पहल के तहत, बड़े कारली की स्व-सहायता समूह की महिलाओं और राजीव युवा मितान के युवाओं ने मिलकर मूंगफली से चिक्की बनाने का कार्य शुरू किया है। चिक्की निर्माण में सफलता मिली है और स्थानीय बाजार और आंगनवाड़ी केंद्रों में इसकी मांग बढ़ रही है।
जिला प्रशासन द्वारा महिला समूह को इस कार्य का जिम्मा दिया गया है और वे बड़ेगुडरा और गीदम परियोजनाओं के आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए मूंगफली चिक्की की सप्लाई कर रहे हैं। अब तक समूह द्वारा 25,665 नग रुपये की चिक्की आपूर्ति की गई है।
मुख्यमंत्री सुपोषण योजना में, 3 से 6 साल तक की आयु वाले बच्चों और गर्भवती महिलाओं को उबले अंडे और सोयाबीन की बड़ी दी जाती है। इसके अलावा, बच्चों को मूंगफली की लड्डू भी दी जाती है। दूध, केला, अंडा बच्चों के लिए पौष्टिक आहार के रूप में उपयोगी होते हैं।
इस योजना के तहत, आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के उचित पोषण के लिए चिक्की (नौविक आहार) की आपूर्ति होगी। यह सुपोषण सामग्री बच्चों के पोषण स्थिति को सुनिश्चित करने और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा में मदद करेगी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा चिक्की की सप्लाई की जाएगी और इसका उपयोग बच्चों को देखभाल के दौरान किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री सुपोषण योजना द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में चिकित्सा सामग्री की सफल आपूर्ति से बच्चों को उचित पोषण और स्वास्थ्य सुरक्षा की सुविधा मिलेगी।