दुर्ग. छत्तीसगढ़ स्थित इस्पात नगरी का वर्षों पुराना चिड़ियाघर मैत्री बाग इन दिनों नए मेहमानों के आने से बाग-बाग है. मैत्री बाग चिड़ियाघर में एक सफेद बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया है.अप्रैल के आखिरी सप्ताह में जन्में शावकों की यह जानकारी गोपनीय रखी गई थी. सूत्र बताते हैं कि इसकी वजह शावकों के सर्वाइवल को लेकर उपजी आशंकाएं थीं.
राजधानी रायपुर से 35 किमी दूर स्थित भिलाई के मैत्री बाग चिड़ियाघर में अब सफेद बाघों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है. चिड़ियाघर के प्रभारी एनके जैन के मुताबिक रक्षा नाम की सफेद बाघिन ने 28 अप्रैल को तीन शावकों को जन्म दिया था. सफेद बाघ सुल्तान इन शावकों का पिता है. पशु चिकित्सा मानदंडों के अनुसार स्तनपान और अन्य स्वास्थ्य मापदंडों की निगरानी के लिए शावकों को मां के साथ एक अंधेरे कमरे में रखा गया है.
चार महीने बाद दिखाई देंगे बाड़े में
मैत्री बाग में चार महीने की निगरानी और देखभाल अवधि के पूरा होने के बाद इन बाघ शावकों को आम जनता के देखने के लिए बाड़े में छोड़ दिया जाएगा. पिछले साल सितंबर में रोमा नाम की एक सफेद बाघिन ने एक शावक को जन्म दिया था. जिसका नाम ‘सिंघम’ रखा गया था. उन्होंने बताया कि इस बाघ शावक का पिता भी ‘सुल्तान’ नाम का सफेद बाघ है.
26 साल पहले ओडिशा से लाए थे सफेद बाघ-बाघिन का जोड़ा
मैत्री बाग चिड़ियाघर में इस समय अप्रैल में जन्मे तीन बाघ शावकों सहित कुल नौ सफेद बाघ है. 1997 में सफेद बाघ के एक जोड़े-तरुण और तापसी को पहली बार पड़ोसी राज्य ओडिशा के नंदन-कानन चिड़ियाघर से मैत्री बाग में स्थानांतरित किया गया था. इसके बाद से ही जो भी दुर्ग-भिलाई जाता वह मैत्री बाग के व्हाइट टाइगर देखने की इच्छा जरूर रखता रहा. मैत्री बाग के रखरखाव का जिम्मा भिलाई स्टील प्लांट(बीएसपी) संभालता है. भिलाई स्टील प्लांट देश की सबसे बड़ी इस्पात निर्माता स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की एक प्रमुख इकाई है.
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FIRST PUBLISHED : June 12, 2023, 14:01 IST