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मूसेवाला की स्ट्रगल कहानी दोस्त की जुबानी: कहा- टोकने पर गाने लिखने बंद किए, 3-3 हजार में गीत बेचे, फोन में रैपर टुपैक की फोटो

अमृतसर23 मिनट पहले

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पंजाबी सिंगर शुभदीप को सिद्धू मूसेवाला बनने के लिए हजारों बार हारना पड़ा। मूसेवाला की पहचान 2016 में बनी थी, लेकिन उससे पहले के शुभदीप को काफी कम लोग जानते हैं। सिद्धू मूसेवाला के कॉलेज के करीबी दोस्त नवां शहर निवासी तजिंदर सिंह गिल ने कुछ ऐसी बातें बताई, जिनके बाद शुभदीप एक प्रोफेशनल सिद्धू मूसेवाला बन गया। वहीं, रैपर स्टैफलों डॉन भी सिद्धू के गांव मूसा में पहुंची।

7 पॉइंट में मूसेवाला की स्ट्रगल जिंदगी

1. स्कूल समय से ही गाया करते थे सिद्धू
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​तजिंदर सिंह गिल ने बताया कि शुभदीप अपने स्कूल समय से ही गाने गाया करता था। यही कारण था कि उसकी आवाज पहले से ही सुर में थी। कॉलेज पहुंचा तो वह गीत लिखता था, लेकिन उनके टोकने के बाद सिद्धू ने गीत लिखना बंद कर दिया। यह बात 2012 की है, जब दोनों एक दूसरे के करीब आए थे।

2. कॉलेज स्टूडेंट्स में पॉपुलैरिटी चाहते थे
सिद्धू की कोशिश थी कि कॉलेज से निकलने से पहले अपना एक गीत रिलीज कर दे, ताकि कॉलेज स्टूडेंट्स से उसे पॉपुलैरिटी मिले। सभी उसका पहला लिखा गीत लाइसेंस व पहला गाया गीत जी-वैगन को जानते हैं। लेकिन जो उन्होंने ने पहला गीत सुना था, वे महाकाल था। जो अभी तक रिलीज नहीं हुआ है।

3. सिद्धू का गाने के लिए स्ट्रगल
उन्होंने बताया कि एक लेखक कॉलेज आया। सिद्धू से उनकी मुलाकात हुई। सिद्धू लेखक से एक गीत चाहता, जिसे वह गा कर रिलीज कर चके। लेकिन उसने सिद्धू को सिर्फ परेशान किया। उसे बार-बार गाने सुनाता। अपनी आवाज रिकॉर्ड कर भेजता। लेकिन उसने कभी सिद्धू को ब्रेक नहीं दिया। सिद्धू समझ गया कि उसे खुद ही आगे बढ़ना होगा। सिद्धू ने ठान लिया कि अब वह अपने ही लिखे गीत गाया करेगा।

4. 3-3 हजार में सिद्धू बेचता था गीत
तजिंदर गिल ने बताया कि सिद्धू ने कभी म्यूजिक व सिंगिंग सीखने के लिए घर से पैसे नहीं लिए। वह अपने गीत 3-3 हजार में बेच देता था। इसके बाद वह समय भी आया जब सिद्धू मूसेवाला को अपना गीत रिलीज करने के लिए 2.50 लाख रुपए चाहिए थे। लेकिन दोनों ही मध्यवर्गीय परिवार से थे। होस्टल से पैसे इकट्‌ठे करने की सोची तो एक रात में 25 रुपए इकट्‌ठे हुए।

5. सिंगर निंजा को बेचा गीत
लास्ट में सिद्धू ने अपने गीत सिंगर को बेचने का फैसला किया। लेकिन यह भी आसान नहीं था। इस दौरान सिद्धू अपना गीत पंजाबी सिंगर निंजा को बेचने में कामयाब हो गया। जिसके बाद पहला गीत लाइसेंस आया। सिद्धू ने यह गीत भगत सिंह को सोच कर लिखा था, लेकिन भगत सिंह पर लिखा पहरा काट दिया गया। मूसेवाला समझ चुका था कि इस इंडस्ट्री में इमोशंस की कोई कदर नहीं।

6. कनाडा जाने से पहले भारत में रिकॉर्ड कर चुका था गीत
सिद्धू का पहला गीत जी-वैगन भारत में ही रिकॉर्ड किया था। सिद्धू अपने पिता बलकौर सिंह के कहने पर कनाडा चला गया। लेकिन उससे पहले वह अपने गीत रिकॉर्ड कर चुका था। जिसे बाद में रिलीज किया गया।

7. रैपर टुपैक की तस्वीर रहती थी मोबाइल में
तजिंदर गिल ने कॉलेज के एक दिन की बात को भी बयां किया है। यह किस्सा सिद्धू के मोबाइल पर लगी रैपर टुपैक की तस्वीर का है। सिद्धू के मोबाइल पर हमेशा टुपैक की तस्वीर लगी रहती थी। एक दिन टीचर ने वे देखी और कहा, यह बनना चाहते हो। सिद्धू का जवाब था, हां… आज सभी जानते हैं कि सिद्धू उस मुकाम पर है, जिसने पंजाब, पंजाबियत व गांव मूसा को इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचाया।

अपने गीत डालेमा में सिद्धू को फीचर करेंगी रैपर डॉन।

अपने गीत डालेमा में सिद्धू को फीचर करेंगी रैपर डॉन।

रैपर स्टेफलॉन डॉन भी पहुंची गांव मूसा
सिद्धू मूसेवाला के गांव उसके जन्मदिन पर ब्रिटिश रैपर स्टेफलॉन डॉन भी पहुंची। रैपर डॉन अभी तक सिद्धू मूसेवाला के साथ दो गीत इनविंसीबल और वैरी कहंदे ने 47 नी मुटियारे गीत कर चुकी हैं। गांव पहुंचने पर स्टेफलॉन डॉन का स्वागत सिद्धू के पिता बलकौर सिंह ने किया।

रैपर स्टेफलॉन ने बताया कि उनका जल्द ही गीत डालेमा आने वाला है। जिसकी वीडियो यहां शूट की जा रही है। वह इस गीत में सिद्धू मूसेवाला को फीचर करने वाली हैं। यह गीत सिद्धू के लिए ही है।

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