लखेश्वर यादव/जांजगीर चांपा. छत्तीसगढ़ में जैसे-जैसे भीषण गर्मी बढ़ती जा रही है, वैसे ही अधिकारी पानी की बर्बादी करने में जुटे है. पहले मोबाइल ढूंढ़ने फूड अफसर ने डेम से पानी बहाया तो कहीं मछली पकड़ने ने लिए पानी बहाया. अब जांजगीर चाम्पा जिला के नगर पालिका द्वारा स्विमिंग पुल के पानी सफाई के नाम पर 40 हजार लीटर पानी को पम्प लगा कर फेंक दिया गया. जांजगीर नैला नगर पालिका द्वारा 7 साल से बनाएजा रहे स्विमिंग पुल की सुध लेने अधिकारियों की इस भीषण गर्मी में याद आ रहा है. इसे विपक्ष अधिकारियों की मनमानी बता रहे है.
जांजगीर चाम्पा जिला में नगर पालिका द्वारा 2016 से स्विमिंग पुल का निर्माण कराया जा रहा है. 1 करोड़ 82 लाख रूपये की लागत से बन रहे इस स्विमिंग पुल को बनाने के लिए 2018 का समय तय किया गया, लेकिन ठेकेदार के मिलीभगत और गलत नक्शा के कारण 2020 तक एक्सटेंशन दिया गया और फिर तकनिकी खामियों का बहाना बना कर स्विमिंग पुल का निर्माण 2023 तक पूरा नहीं किया जा सका है. अब कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश के बाद सीएमओ चंदन शर्मा द्वारा स्विमिंग पुल को आनन फ़ानन में शुरू करने के लिए स्विमिंग पुल में रखे ख़राब पानी को बाहर फेंक कर क्लोरिन से सफाई करने का दावा किया जा रहा है.
पालिका द्वारा 7 साल से स्विमिंग पुल बनाया जा रहा
नगर पालिका जांजगीर नैला उपाध्यक्ष आशुतोष गोश्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि पालिका के अधिकांश वार्ड इन दिनों पानी की समस्या से जूझ रहा है. सड़क किनारे लगे पेड़ पौधे पानी की कमी के कारण सूख गए है, लेकिन नगर पालिका द्वारा स्विमिंग पुल के लाखों लीटर पानी बहाना अधिकारियों की लापरवाही को ही प्रदर्शित कर रहा है. पालिका द्वारा 7 साल से स्विमिंग पुल बनाया जा रहा है. स्विमिंग पुल के निर्माण में करोड़ों रुपए बहाने के बाद अब नगर पालिका द्वारा इस भीषण गर्मी में पानी बहाया जा रहा है.
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FIRST PUBLISHED : June 10, 2023, 13:09 IST