![हाथी ने वृद्धा की जान ली: डोरी बीनने के लिए गई थी जंगल में; वन विभाग बोला- तड़के पहुंचा, अलर्ट नहीं कर पाए elephant attack in chhattisgarh; Elephant kills old woman in forest in ambikapur](https://i0.wp.com/staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/06/07/750x506/wildlife-in-chhattisgarh_1686140454.jpeg?resize=414%2C233&ssl=1)
वन विभाग ने मृतका के परिजनों को सौंपा चेक।
– फोटो : संवाद
विस्तार
छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में बुधवार सुबह एक हाथी ने वृद्धा की जान ले ली। वृद्धा जंगल में डोरी बिनने के लिए गई थी। इसी दौरान हाथी ने उसे सूंड से उठाकर पटक दिया। परिजनों ने महिला को स्थानीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। वनविभाग के अधिकारियों के अनुसार वृद्धा को पटकने वाला हाथी तड़के ही असकला के जंगलों में पहुंचा था। इसके कारण अमला ग्रामीणों को सतर्क नहीं कर पाया। हाथी के हमले में वृद्धा की मौत के बाद लोग फिर से सहम गए हैं।
जानकारी के अनुसार लुंड्रा अंतर्गत ग्राम असकला निवासी झुमरी बाई (65) पत्नी कोल्हा राम बुधवार सुबह करीब 5.30 बजे पास के जंगल में महुआ बीज (डोरी) बीनने के लिए गई थी। इसी दौरान अचानक उसके सामने दंतैल हाथी आ गया। हाथी को देखकर महिला ने शोर मचाते हुए भागने का प्रयास किया, पर उसने सूंड़ से पकड़ लिया और उठाकर पटक दिया। हाथी के पटकने से झुमरी बाई गंभीर रूप से घायल हो गई।
महिला का शोर आसपास जंगल में डोरी बिनने व तेंदूपत्ता तोड़ने पहुंचे लोगों ने सुना तो सतर्क होकर आगे बढ़े। हाथी को दूर से देखकर लोगों ने शोर मचाया। जब हाथी दूर चला गया तो वे घायल झुमरी बाई के पास पहुंचे। इसकी सूचना वनविभाग के अधिकारियों को भी दी गई। वनकर्मियों एवं ग्रामीणों ने घायल झुमरी बाई को रघुनाथपुर अस्पताल में दाखिल कराया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। वनअमले ने महिला के परिजनों को तत्कालीक सहायता राशि के रूप में 25 हजार रुपये प्रदान किया है।