क्या है मामला
अनिल कुमार शक्ति (35) परिवार के साथ मंडोली के सबोली खड्डा इलाके में रहते हैं। गाजियाबाद के लोनी स्थित टिल्ला गांव में उनकी स्ट्रीट लाइट्स पोल्स बनाने की फैक्ट्री है। उन्होंने पुलिस को बताया कि अपना काम बढ़ाने के लिए ऑनलाइन खरीद-फरोख्त के पोर्टल पर विज्ञापन दिया था। इसी के जरिए 9 जनवरी 2023 को साहिल कुमार और कुलदीप नाम से कॉल आए। दोनों खुद को आर्मी अफसर बता रहे थे। आरोपी कहने लगे कि वो इंडियन आर्मी से बोल रहे हैं। आर्मी बेस के लिए बाउंड्रीवॉल लाइट्स की जरूरत बताई।
ऐसे दिया ठगी को अंजाम
आरोपियों ने वॉट्सऐप पर भेजे फोटो में से लाइट्स सिलेक्ट की। इंडियन आर्मी परचेज ऑर्डर का पीडीएफ में बनाकर भेज दिया। अनिल ने 10 जनवरी 2023 को एडवांस पेमंट मांगी। अपने अकाउंट नंबर और बैंक का आईएफएससी कोड देने के लिए अपनी चेक बुक की फोटो भेजी। थोड़ी देर में आरोपियों ने विडियो कॉल कर पेमंट नहीं होने की बात कही। आरोपी आर्मी यूनिफॉर्म में थे, जिससे उनका भरोसा बढ़ा। आरोपियों ने दो अकाउंट नंबर भेजे और अपने खाते के बेनिफिशरी में जोड़ने की हिदायत दी। इसके बाद आर्मी की पेमंट के लिए 5 रुपये दोनों खातों में भेज कर अपने अकाउंट को कनेक्ट करने को कहने लगे।
अनिल ने रकम अपने खाते से उनके अकाउंट में भेज दी। थोड़ी देर में उनके अकाउंट में वापस 10 रुपये आ गए। आरोपियों ने बताया कि 10 रुपये आ गए हैं, ऐसे ही आगे की पेमंट भी आ जाएगी। बातों में फंसा कर आरोपियों ने 51,330 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने अपने खाते से रकम उड़ने की बात कही तो वो कहने लगे कि वापस आ जाएगी। लेकिन एरर की बात कहने लगे और 3,33,333 कोड लगाने की सलाह दी। जैसे उन्होंने ये कोड लगाया तो इतनी रकम उनके खाते से फिर उड़ गई। कुल 4,62,993 रुपये की ठगी कर ली।