1700 से ज्यादा स्कूलों में नर्सरी के लिए एडमिशन होंगे। स्कूलों में अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या सीटों के मुकाबले काफी ज्यादा है। एक-एक सीट पर 10 से 20 के बीच स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है। 13 जनवरी को स्कूल एडमिशन क्राइटेरिया के तहत मार्क्स लिस्ट जारी करेंगे। कई स्कूलों में सीटों की संख्या के मुकाबले स्टूडेंट्स की एप्लीकेशन की संख्या काफी ज्यादा है, ऐसे में एक से मार्क्स वाले कई बच्चे होंगे। इस स्थिति में साफ है कि सीटें अलॉट करने के लिए स्कूलों को ड्रॉ निकालना होगा।
20 जनवरी को आएगी पहली एडमिशन लिस्ट
पहली एडमिशन लिस्ट 20 जनवरी को आएगी। इस लिस्ट पर सवाल या उलझन हो तो पैरंट्स 21 से 30 जनवरी को स्कूल से संपर्क (लिखकर/ ईमेल/ बातचीत) कर सकते हैं। दूसरी लिस्ट 6 फरवरी को जारी होगी, जिसके आधार पर 8 से 14 फरवरी तक पैरंट्स स्कूलों से सवाल कर सकेंगे। इसके बाद भी जिन स्कूलों में सीटें खाली रहीं वे 1 मार्च को तीसरी एडमिशन लिस्ट निकालेंगे। 31 मार्च को एडमिशन का आखिरी दिन होगा। 1 अप्रैल से प्राइवेट स्कूल की क्लासेज शुरू हो जाएंगी।
स्कूलों के 100 पॉइंट फॉर्मूला में हमेशा की तरह डिस्टेंस यानी दूरी का फंडा सबसे ऊपर दिख रहा है मगर सीट पक्की करने के लिए सिर्फ इससे काम नहीं चलेगा। अल्मनाई और सिबलिंग के पॉइंट दाखिले पाने के लिए बड़ा रोल निभाएंगे। सभी प्राइवेट स्कूलों को नर्सरी, केजी और क्लास 1 के लिए 25% सीटें ईडब्ल्यूएस/डीजी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के लिए रिजर्व की जाएंगी, इनके लिए बाद में अलग से एडमिशन शेड्यूल और गाइडलाइंस आएंगी। इस बार उम्मीद है इस कैटेगरी के लिए मिड जनवरी में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो।