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दिल्ली हाईवे पर लगातार दूसरे दिन ट्रैफिक जाम, डायवर्जन के बाद भी नहीं आराम; दिल्ली-एनसीआर, UP यात्रियों की बढ़ी परेशानी

UP News Hindi: यूपी समेत दिल्ली-एनसीआर के लोगों को नेशनल हाईवे ट्रैफिक जाम के झाम से राहत नहीं मिल पा रही है। दिल्ली हाईवे पर ट्रैफिक डायवर्ट करने के बाद भी लोगों को लंबे ट्रैफिक जाम के झाम से आराम नहीं मिला। घंटों तक कारें, बसें सहित टू व्हीलर रेंगते हुए नजर आए। गर्मी के बीच ट्रैफिक जाम से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।

देश के मैदानी शहर जैसे, दिल्ली, फरीदाबाद, यूपी के गाजियाबाद, बरेली, नोएडा सहित अन्य शहरों में पारा चढ़ने के साथ ही लोग पर्वतीय शहरों की ओर रुख कर रहे हैं। उत्तराखंड के नैनीताल, मसूरी, ऋषिकेश, हरिद्वार, तोपवन सहित कई पर्यटक स्थल टूरिस्टों से पूरी तरह से पैक हैं।

पड़ोसी राज्यों से उत्तराखंड की ओर रुख करने की वजह से हाईवे पर जाम की समस्या बन रही है। पुलिस द्वारा अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात करने के साथ ही ट्रैफिक डायवर्ट करने के बाद भी जाम के झाम से आराम नहीं मिल पा रहा है। दिल्ली- हरिद्वार हाईवे, हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे सहित देहरादून-हरिद्वार हाईवे  पर शनिवार को भी दूसरे दिन लंबा ट्रैफिक जाम लगा। 

हरिद्वार, ऋषिकेश सहित अन्य शहरों में वीकेंड पर उमड़े जनसैलाब के आगे कुंभनगरी में यातायात व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई। दिन भर चले डायवर्जन के बाद भी यातायात सामान्य नहीं हो सका। झुलसा देने वाली गर्मी में जाम में फंसे श्रद्धालु पर्यटक चीत्कार उठे। हरिद्वार पुलिस चाहकर भी जाम का समाधान खोज पाने में नाकामयाब रही।

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हां, दिन भर पुलिस फोर्स जाम से जूझकर पसीना बहाती नजर आई। शहर के अंदर भी यात्री वाहन की एंट्री होने से दिन भर जाम की स्थिति बनती बिगड़ती रही। स्थानीय नागरिक भी जाम में हांफते नजर आए। जून माह के दूसरे वीकेंड में श्रद्धालुओं पर्यटकों का उमड़ना स्वभाविक था, लिहाजा शुक्रवार से ही धर्मनगरी में यातायात का दबाव खासा दिखाई देने लगा था।

शनिवार सुबह से ही दिल्ली एनसीआर, वेस्ट यूपी से लेकर पंजाब-हरियाणा से बड़ी संख्या में यात्री वाहन यहां पहुंचना शुरू हो गए। हरिद्वार पुलिस जब तक संभलती तब पूरे शहर में जाम विकराल रूप ले चुका था। आलम यह था कि ऋषिकुल हाईवे तक जाम की स्थिति बन गई थी।

पुलिस ने जब सिंहद्वार चौक एवं लक्सर मार्ग से डायवर्जन लागू कर बैरागी कैंप में पार्किंग करानी शुरू की तब थोड़ा स्थिति संभली लेकिन सबसे बुरे हालात शंकराचार्य चौक से लेकर सप्तऋषि क्षेत्र के रहे। पुलिस ने देहरादून ऋषिकेश जा रहे यात्री वाहन सर्वानंद घाट के सामने से लालजीवाला, गंगा किनारे बंधे से हरिपुर कलां होते हुए भेजा गया।

श्यामपुर से आ रहे यात्री वाहन जाम की वजह से सीधे न भेजकर चंडीघाट चौक से होते हुए अलकनंदा होटल के सामने निकालकर देहरादून ऋषिकेश के लिए भेजे गए। दिन भर जाम की स्थिति बनी रही। कई कई किलोमीटर लंबा जाम उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में लगा रहा। रुड़की की तरफ से आ रहे वाहन सिंहद्वार चौक पर डायवर्जन लागू होने के चलते शहर के अंदर घुस गए। यही नहीं पुल जटवाड़ा से भी यात्री वाहनों की एंट्री शहर में हो गई, जिसकी वजह से जाम के झाम से स्थानीय नागरिक भी जूझते रहे।

लगातार दूसरे दिन ट्रैफिक जाम

हरिद्वाार, शनिवार को पूरा शहर जाम से सड़ ही रहा था लेकिन शुक्रवार देर रात को भी हाईवे पर जाम की स्थिति बनी हुई थी। ऋषिकेश से आ रहे यात्री वाहन मोतीचूर वाहन तक दौड़ते हुए आए लेकिन आगे पहुंचते ही वाहन के पहिए थम गए। करीब एक से डेढ़ किलोमीटर का सफर तय करने में एक घंटे से अधिक वक्त गुजर गया। रेंग रेंग कर जैसे तैसे लोग खुद ब खुद ही निकलते रहे। न तो कोतवाली की पुलिस संजीदा थी, यातायात पुलिस का रात को सड़क पर मौजूद होने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

यूपी बॉर्डर पर रहा वाहनों का दबाव

वीकेंड में नेशनल हाईवे पर वाहनों का काफी दबाव रहा। इस कारण हर यूपी बॉर्डर पर रुक-रुक कर जाम लगता रहा। प्रशासन ने हाईवे पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए भारी वाहनों को बॉर्डर पर ही रोक दिया था। नेशनल हाईवे पर दिल्ली की तरफ से आने वाले यात्री वाहनों की संख्या काफी ज्यादा रही। सुबह से ही काफी संख्या में ट्रैफिक हरिद्वार की तरफ जा रहा था। ऐसे में नारसन बॉर्डर के आसपास कुछ-कुछ देर के लिए हाईवे पर जाम की स्थिति बनती रही। 



Source : https://www.livehindustan.com/uttarakhand/story-delhi-highway-traffic-jam-no-relief-even-after-diversion-delhi-ncr-up-passengers-suffered-coming-uttarakhand-8287162.html

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