संजय राघव/सोहना: 40 डिग्री से ज़्यादा तापमान में चारों तरफ आग जलाकर बीच में बैठे साधु इन दिनों लोगों की आस्था का केंद्र हैं. धूनी तपस्या में बैठे ये साधु विश्व कल्याण के लिए ये तपस्यारत हैं. बताया जाता है कि धूनी रमाने वाले साधू का यह तप 41 दिनों तक चला है.
सोहना के गांव सांप की नगली में विश्व शांति की चाह रखने वाले स्वामी ओमनाथ ने अश्वत्थामा मंदिर में 11 प्रज्वलित धूनी के बीच तप किया. इसी तपस्या के चलते साधु लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं. स्वामी ओमनाथ का यह तप 10 या 12 दिन नहीं, बल्कि पूरे 41 दिन तक चलता रहा.
यह था तपस्या का नियम
स्वामी ओमनाथ दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक तपस्या करते रहे. बाबा ने बताया कि शरीर को गर्मी से बचाने के लिए वह सिर्फ भभूत का लेप इस्तेमाल करते हैं. तप के दौरान किसी प्रकार का कोई आहार या जल भी ग्रहण नहीं करते. बाबा हर वर्ष इसी प्रकार प्रचंड गर्मी में विश्व कल्याण के लिए महाकाल शिव की आराधना करते हैं, ताकि जगत में शांति कायम रहे.
लोग भी हैरान
आखिर क्यों कई दिनों तक तपती गर्मी में आग बीच तपस्या करता रहा ये साधु? ये सवाल हर किसी के जहन में है. एक तरफ जहां लोग जून की इस झुलसा देने वाली गर्मी से परेशान हैं, वहीं दूसरी ओर एक साधु तपती गर्मी में आग के बीच बैठकर तप कर रहा था. बाबा का कहना है कि उनको विधाता पर पूरा विश्वास है कि उनका तप व्यर्थ नहीं जाएगा और विश्व में शांति बनी रहेगी.
.
FIRST PUBLISHED : June 10, 2023, 15:05 IST