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कंगाली से बाहर निकलने पाकिस्तान का नया प्लान, इस अमीर मुस्लिम देश को 3 बड़े एयरपोर्ट सौंपने की तैयारी

हाइलाइट्स

भयंकर आर्थिक संकट का सामना कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान अपने 3 बड़े एयरपोर्ट कतर को सौंप सकता है
विदेशी निवेश को आकर्षित करने की कोशिश में पाक

इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) गंभीर आर्थिक संकट (Pakistan Economic Crisis) का सामना कर रहा है. अब कंगाली से निकलने के लिए उसने एक नया प्लान बनाया है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने गुरुवार को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए से चलाने के लिए तीन प्रमुख एयरपोर्ट पर आउटसोर्सिंग शुरू कर दी है.पाकिस्तान इन हवाई अड्डों का संचालन किसी दूसरे देश को सौंपकर आर्थिक संकट से बाहर निकलने की कोशिश में है. इतना ही नहीं इसके जरिए पाकिस्तान विदेशी निवेश को भी आकर्षित करना चाहता है.

पाकिस्तानी के अधिकारी का कहना है कि हवाई अड्डों को लेकर इस्लामाबाद कतर के साथ बातचीत कर रहा है. इतना ही नहीं कराची, लाहौर और इस्लामाबाद हवाई अड्डों के आउटसोर्सिंग के लिए अरब अमीरात से भी चर्चा कर रहा है. हालांकि अभी तक किसी भी तरह का आधिकारी ऐलान नहीं किया गया है.

विदेशी निवेश लाने की कोशिश में पाकिस्तान
पाकिस्तान का मानना है कि आउटसोर्सिंग से एयरपोर्ट की सर्विस बेहतर हो जाएगी और इसमें सुधार भी आएगा. इतना ही नहीं देश में विदेश निवेश भी आएगा. पाक अधिकारियों का कहना है कि विश्व बैंक की सहायक कंपनी इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन की मदद भी ली जा रही है, जिसने एयरपोर्ट को लेकर परामर्श दिया. ईसीसी की बैठक में भी इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन को शामिल किया गया था.

जानें क्या है पाकिस्तान का प्लान
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय का कहना है कि ईसीसी ने 3 एयरपोर्ट की आउटसोर्सिंग के लिए एक मसौदे को मंजूरी दी है. बैठक में बताया गया है कि तीन एयरपोर्ट की आउटसोर्सिंग शुरू की गई है. इसे Public Private Partnership के दायरे में रखा गया है. एक बयान में कहा गया है कि निवेशक एयरपोर्ट का संचालन, संबंधित प्रॉपर्टी को विकसित करना, कॉमर्शियल गतिविधियों के लिए रास्ता बनाना और उससे कमाई कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: पाकिस्तान से तीन गुना अमीर है अपनी दिल्ली! भरोसा नहीं तो पढ़ें ये रिपोर्ट, मुंह दिखाने लायक नहीं है पड़ोसी

बता दें कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के 6.5 बिलियन डॉलर के डेब्ट में से 1.1 बिलियन डॉलर की मांग कर रहा है. हालांकि इसके लिए आईएमएफ ने इसके लिए पाकिस्तान के सामने कड़ी शर्ते रखी है. इसे पूरा करने के बाद ही पाकिस्तान को बची हुई कर्ज की किश्त जारी की जाएगी. इतने ही नहीं पाकिस्तान से आय के नए रास्ते खोजने और सब्सिडी को पूरी तरह से बंद करने को कहा गया है. मालूम हो कि पिछले कुछ वक्त से पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार काफी कम हो गया है.

Tags: Economic crisis, India pakistan, Pakistan news

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