रवि पायक / भीलवाड़ा. आजकल के दौर में अब बेटियां लड़कों का खेल कहे जाने वाली कुश्ती के खेल में भी कदम रख रही है और पुरुष पहलवान की तुलना में महिला पहलवान पदक जीत रही हैं. हम आपको मेवाड़ के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले भीलवाड़ा जिले की रहने वाली एक ऐसे किसान परिवार की बेटी के बारें में बताने जा रहे जिन्होंने कुश्ती जगत में भीलवाड़ा को कई पदक हासिल करवाए हैं. हम बात कर रहे हैं भीलवाड़ा शहर की रहने वाली महिला पहलवान माया माली की जिसकी अपने खेल के प्रति ऐसी लगन और जिद है कि अब जिले के लिए नहीं प्रदेश के लिए गोल्ड मेडल जीता है.
राष्ट्रीय जूनियर फेडरेशन कप में स्वर्ण पदक कर चुकी है हासिल
भीलवाड़ा के केसरी नंदन व्यामशाला के अंतरराष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षक जगदीश जाट ने बताया कि दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में 6 से 10 जून तक राष्ट्रीय स्कूल गेम्स फेडरेशन की अंडर-19 कुश्ती प्रतियोगिता में भीलवाड़ा की माया माली ने 65 किलोग्राम भार वर्ग में राजस्थान के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता. माया माली ने 65 किलोग्राम वजन वर्ग में भाग लेकर फाइनल में हरियाणा की पहलवान को बाय फॉल (चित) हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया. जाट ने बताया कि माया ने पूर्व में भी राष्ट्रीय जूनियर फेडरेशन कप में स्वर्ण पदक हासिल किया था और कई बार अन्य राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीत चुकी है, और भीलवाड़ा का नाम रोशन कर पदक हासिल कर चुकी हैं.
माया की बहने भी कुश्ती मे दिखा रही दमखम
माया माली ने बताया कि मेरा शुरू से ही खेल के प्रति रुझान रहा है और इसमें मेरे परिवार वालों ने मेरा पूरा साथ दिया. मैं अपनी तैयारी कोच की देखरेख में करती हूं साथ ही छोटी-छोटी बारीकियों के बारे में कुछ से बात करती हूं कि किस तरह उन्हें सुधारा जा सकता है. माया का कहना है कि अभी तक मैंने राज्य स्तर पर प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं. लेकिन मेरा लक्ष्य इसे आगे बढ़ना है और भारत का प्रतिनिधित्व अलग-अलग चैंपियनशिप में करना है. इसके लिए मैं अपने प्रयास जारी रखूंगी. यही नहीं माया के चार बहने हैं और वह भी कुश्ती में अपना दमखम दिखा रही है.
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FIRST PUBLISHED : June 10, 2023, 16:32 IST