ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक।
– फोटो : फेसबुक/ऋषि सुनक
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ‘डाउनिंग स्ट्रीट’ ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री ऋषि सुनक लंदन स्थित भारतीय मिशन में हिंसक झड़पों के बाद भारत की सुरक्षा चिंताओं से अवगत हैं और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने पिछले हफ्ते एक बयान में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की घोषणा की थी, जब ‘इंडिया हाउस’ में खालिस्तान समर्थक झंडा लहरा रहे प्रदर्शनकारियों द्वारा तिरंगे को हटाने का प्रयास किया गया और खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। ब्रिटेन का विदेश कार्यालय तब से मेट्रोपोलिटन पुलिस के साथ राजनयिक मिशन की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा में जुटा है।
सुनक के प्रवक्ता ने डाउनिंग स्ट्रीट में संवाददाता सम्मेलन में कहा, विदेश कार्यालय द्वारा ब्रिटेन में हमारी पुलिस और हमारे भारतीय समकक्षों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है। प्रधानमंत्री सीधे तौर पर इसमें शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें इन चर्चाओं की जानकारी है।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस मुद्दे से भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता प्रभावित होने की संभावना है, जो अब बातचीत के अपने आठवें दौर में है। प्रवक्ता ने कहा, दोनों मुद्दे अलग हैं और भारत के साथ व्यापार वार्ता जारी है। दोनों पक्ष हमारे दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा, सुरक्षा व्यवस्था पर, हमने उच्चायोग के बाहर देखे गए दृश्यों के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की और इसकी समीक्षा की जा रही है।
यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब लंदन में ‘इंडिया हाउस’ के बाहर शनिवार को भी विरोध-प्रदर्शन की आशंका है। इसके साथ ही रविवार को बर्मिंघम में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर भी प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन की योजना बनाई है।
19 मार्च के हिंसक प्रदर्शन के बाद से लंदन में भारतीय उच्चायोग के आस-पास मेट्रोपोलिटन पुलिस की उपस्थिति नजर आने लगी है। प्रदर्शनकारियों को अब मिशन परिसर से सड़क के पार बैरिकेड्स के पीछे सीमित कर दिया गया है। पिछले बुधवार को एक सुनियोजित प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मिशन की ओर रंगीन फ्लेयर्स और पानी की बोतलें फेंकी थीं। इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर यह आरोप लगाया था कि वस्तुओं को भारतीय मिशन द्वारा फेंका गया, इन आरोपों का इंडिया हाउस ने खंडन किया है।
भारत ने ब्रिटेन सरकार के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था और यह मुद्दा हाउस ऑफ कॉमन्स में भी उठा था। इसके बाद यूके के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली ने कहा था कि हिंसा के अस्वीकार्य कृत्यों की हम निंदा करते हैं और उन्होंने सुरक्षा समीक्षा करने का आश्वासन दिया था। इस बीच, सरकार के मंत्री भी इंडिया हाउस में सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने की योजना को दोहराने के लिए यूके में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी के साथ बातचीत कर रहे हैं।