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तसलीमा नसरीन ने लगाया जबरन हिप रिप्लेसमेंट करने का आरोप, अपोलो अस्पताल ने किया इनकार

नई दिल्ली. प्रसिद्ध बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपोलो अस्पताल पर उनका ‘गलत इलाज’ करने का आरोप लगाया है. उन्होंने मंगलवार को ट्वीट करके दावा किया कि अस्पताल ने उन्हें टोटल हिप रिप्लेसमेंट से गुजरने के लिए ‘मजबूर’ किया, जबकि उन्हें हिप फ्रैक्चर नहीं हुआ था. हालांकि अपोलो अस्पताल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह ऑपरेशन लेखिका की मंजूरी के बाद ही किया गया था और इसके लिए उनकी औपचारिक सहमति भी ली गई थी.

दरअसल तसलीमा नसरीन ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स में कहा कि ‘वह घुटने के दर्द के लिए अस्पताल गई थीं, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनके कूल्हे की हड्डी टूट गई है. उन्होंने लिखा है, ‘मैं घुटने में दर्द के चलते अपोलो गई थी. डॉ. यतींद्र खरबंदा ने मुझे बताया कि मेरा हिप फ्रैक्चर था, लेकिन मुझे एक्सरे/सीटी नहीं दिखाया. इसके इलाज के लिए मुझे 13 जनवरी की देर रात भर्ती कराया गया था, लेकिन 14 जनवरी की सुबह उन्होंने मुझे टोटल हिप रिप्लेसमेंट के लिए मजबूर किया गया. बाद में कोई हिप फ्रैक्चर नहीं मिला और एक गलत डिस्चार्ज समरी बनाया गया.

तसलीमा नसरीन ने अपने अनुभव को बताया बुरा सपना
नसरीन ने अपने इस अनुभव को एक ‘दुःस्वप्न’ करार देते हुए आरोप लगाया कि उनके शरीर के स्वस्थ अंगों को उस बीमारी के इलाज के नाम पर हटा दिया गया, जो उन्हें था ही नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने “अपनी विकलांगता खरीदने’ के लिए 7,42,845 रुपये का पेमेंट तक किया.

उन्होंने लिखा कि ‘मैं स्वस्थ और फिट थी, 1 जनवरी को दौड़ रही थी. डॉ. खरबंदा के गलत इलाज के कारण 31 जनवरी को मैं चल भी नहीं सकती.’

अपोलो अस्पताल ने आरोपों का किया खंडन
वहीं अपोलो अस्पताल ने तसलीमा नसरीन के इन आरोपों का खंडन किया है. अस्पताल के के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘मरीज ने गिरने की बात बताई थी, जिससे वह चल-फिर नहीं पा रही थी. इस फील्ड में तीन दशकों से अधिक के अनुभव वाले एक सक्षम और अनुभवी सर्जन ने निर्धारित डायग्नोस्टिक और वर्क अप टूल्स का उपयोग करके स्थिति का निदान किया.’

अपोलो अस्पताल ने साथ ही बताया कि नसरीन का इलाज करने वाले डॉक्टर ने उनकी चिकित्सा स्थिति और उम्र को देखते हुए हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने की सिफारिश की थी. अस्पताल ने कहा, ‘इसके लिए रोगी की रज़ामंदी और औपचारिक रूप से सहमति ली गई थी. सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी हो गई और मरीज को प्रोटोकॉल के मुताबिक छुट्टी दे दी गई.’

अपोलो अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि नसरीन को अस्पताल से छुट्टी देते समय पूरी तरह ठीक होने के लिए फिजियोथेरेपी सहित विभिन्न सलाह का पालन करने के लिए कहा गया था. अधिकारी ने कहा, ‘दुर्भाग्य से, इसका पालन नहीं किया जा रहा है. हम उनसे दृढ़ता से आग्रह करते हैं कि वह इलाज की सलाह पर अमल जारी रखें, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय साक्ष्य आधारित प्रोटोकॉल के अनुसार है.’

Tags: Apollo Hospital, Delhi news

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