बीमार होने पर शरीर सुस्त हो जाता है। डॉक्टर्स ज्यादा से ज्यादा रेस्ट करने और सोने की सलाह देते हैं। अगर आप इस सलाह को इग्नोर करते हैं आए हैं तो इस पर गौर करना जरूरी है। अगर आप जान जाएंगे कि बीमारी के वक्त सोना क्यों जरूरी है तो शायद आगे से ऐसा नहीं करेंगे। जब हमारा शरीर किसी बैक्टीरिया, वायरस या पैथोजन से लड़ रहा होता है तो हमारे शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है। आराम करके हम शरीर को वो एनर्जी देते हैं। साथ ही कई ऐसी इम्यून प्रोसेसेज होती हैं जो सोते वक्त ऐक्टिव होती हैं। यहां आप जानें बीमारी में सोने के फायदे और कितना सोना ठीक है।
नींद की कमी से होती हैं बीमारियां
जैसे ही हमारे शरीर में कोई इन्फेक्शन पहुंचता है, हमारा इम्यून सिस्टम ऐक्टिव हो जाता है। सोकर आप इम्यून सिस्टम की मदद करते हैं। दरअसल इम्यून सिस्टम के प्रोटीन साइटोकाइन्स संक्रमण से लड़ते हैं। ये सोते वक्त ही रिलीज होते हैं। आप जाग रहे होते हैं तो ऊर्जा खत्म होती है। भले ही आप लेटे रहें लेकिन कुछ सोचने, मोबाइल देखने चलने-फिरने में एनर्जी जाती है। सोते वक्त यह ऊर्जा इन्फेक्शन से लड़ने में खर्च होती है। कई रिसर्चेज में यह सामने आ चुका है कि नींद की कमी से कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। ये भी पढ़ें: कफ से जकड़ गई है छाती, ये घरेलू उपचार दिलाएंगे चैन की सांस
ज्यादा से ज्यादा सोएं
आपका शरीर जानाता है कि आपको कब किस चीज की जरूरत है। वायरल, बैक्टीरियल इन्फेक्शन यानी सर्दी-जुकाम या बुखार के वक्त आपको ज्यादा नींद आती है। ऐसे में जितना ज्यादा हो सके सोएं। अगर संक्रमण की शुरुआत में आपको पूरे दिन भी नींद आ रही है तो परेशान न होएं। यह एकदम सामान्य है। आप जितना सोएंगे उतना बेहतर फील करेंगे। सोने के साथ हेल्दी खाना और पानी पर्याप्त मात्रा में पीते रहें। इसके साथ ही डॉक्टर की सजेस्ट की दवाएं और घरेलू नुस्खे भी आजमाते रहें।