मध्य प्रदेश में पिछले पांच वर्षों के दौरान गरीबी से बाहर निकलने में एक करोड़ 36 लाख लोगों को मिली सफलता की खबर है। नीति आयोग ने बहुआयामी गरीबी पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें मध्य प्रदेश के गरीबों की स्थिति में हुई सुधार की चर्चा की गई। इसके अनुसार, प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में 20 फीसदी गरीबी में कमी दर्ज की गई है।
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, देश में हर 10 लोगों में से एक व्यक्ति मध्य प्रदेश से है, जिन्होंने गरीबी की रेखा से बाहर निकलकर सफलता प्राप्त की है। प्रदेश में गरीबी की तीव्रता 47.25% से घटकर 43.70% हो गई है, जिससे प्रदेश ने देश के गरीबों के बोझ कम करने में 10% का महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
सीएम शिवराज सिंग्ह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में गरीबी कम होने की दिशा में सकारात्मक परिणाम मिले हैं। उनके कार्यकाल में स्किल डेवलपमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सामाजिक और आर्थिक समावेश के क्षेत्र में विकास हुआ है।
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जिलों में भी बेहतर प्रगति हुई है, जैसे कि मंडला, टीकमगढ़, अलीराजपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, रतलाम, भिंड, रीवा, धार, पन्ना, शिवपुरी और अनूपपुर। इन जिलों में गरीबी में कमी और समृद्धि के क्षेत्र में विकास हुआ है।
इस रिपोर्ट के आधार पर प्रदेश में गरीबी में हुई सुधार का गर्व है, जो न सिर्फ प्रदेश की बल्कि पूरे देश की सामाजिक और आर्थिक समृद्धि के क्षेत्र में विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है