ग्वालियर. अपने घोटाले और फर्जीवाड़े के लिए सुर्खियों में रहने वाली जीवाजी यूनिवर्सिटी (Jiwaji University) का एक और कारनामा सामने आया है. महाराष्ट्र की जो लड़की गजराराजा मेडिकल कॉलेज से फर्जी दस्तावेजों से MBBS की डिग्री (Fake MBBS Degree) लेने आई है, वो लड़की जीवाजी यूनिवर्सिटी से भी फर्जी तरीके से MBBS की डिग्री ले चुकी है. 10 हजार रुपये की रिश्वत में जीवाजी यूनिवर्सिटी की डिग्री महज एक दिन में बन गई थी. पुलिस के इस खुलासे के बाद अब छात्र संगठनों ने जीवाजी विश्वविद्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं जीवाजी विश्वविद्यालय ने भी इस मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी.
महाराष्ट्र से फर्जी तरीके से ग्वालियर में एमबीबीएस डिग्री लेने के लिए प्रतीक्षा दायमा और उसके मुस्लिम दोस्त मोहम्मद शरीफ का एक और कारनामा सामने आया है. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि प्रतीक्षा ने जीवाजी यूनिवर्सिटी से भी MBBS फर्जी डिग्री बनवाई थी. प्रतीक्षा दायमा ने 10 हजार रुपये में एक दिन में ही जीवाजी यूनिवर्सिटी से प्रतीक्षा शर्मा की डुप्लीकेट डिग्री बनवाई थी. प्रतीक्षा दायमा इस फर्जी डिग्री से 2 साल से महाराष्ट्र में प्रतीक्षा शर्मा के नाम से नौकरी कर रही थी. इस खुलासे के बाद छात्र संगठनों ने भी जीवाजी यूनिवर्सिटी की कारनामे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
डुप्लीकेट मार्कशीट से की नौकरी
प्रतीक्षा दायमा नाम की इस जालसाज लड़की ने जीवाजी विश्वविद्यालय से प्रतीक्षा शर्मा नाम की छात्रा की डुप्लीकेट मार्कशीट निकलवाई. डुप्लीकेट मार्कशीट के जरिए ही प्रतीक्षा दायमा ने प्रतीक्षा शर्मा की MBBS डिग्री भी निकलवा ली. जीवाजी विश्वविद्यालय से किसी दूसरी छात्रा के नाम से डुप्लीकेट मार्कशीट और फिर उसकी ओरिजिनल एमबीबीएस डिग्री निकलवाने के पीछे घोटाले का खेल है. जांच में खुलासा हुआ है कि छात्रा ने 10 हजार रुपये की रिश्वत देकर जीवाजी विश्वविद्यालय से प्रतीक्षा शर्मा की डुप्लीकेट मार्कशीट और उसके बाद MBBS की डिग्री निकलवाई थी. पुलिस के खुलासे और छात्र संगठनों के आंदोलन को देखते हुए जीवाजी विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया. विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई है. साथ ही जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की बात कह रहा है.
पुलिस के खुलासे के बाद जीवाजी विश्वविद्यालय रडार पर आ गया है. इसमें हुए घोटालों की परतें खुलने लगी है. पुलिस ने जीवाजी विश्वविद्यालय से पिछले 5 साल में जारी एमबीबीएस की डुप्लीकेट मार्कशीट, डिग्री, इंटर्नशिप, पासिंग सर्टिफिकेट हासिल करने वालों की जानकारी मांगी है. इस बात की आशंका सामने आ रही है कि जीवाजी विश्वविद्यालय में फर्जीवाड़ा का यह खेल लंबे समय से चल रहा है.
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Tags: Gwalior news, Job with Fake Degree, Mp news
FIRST PUBLISHED : June 14, 2023, 11:56 IST
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