रायगढ़ जिले में जन्मे विश्वनाथ पाटेकर को दुनिया नाना पाटेकर के नाम से जानती है। सर जे जे इंस्टीट्यूट ऑफ अप्लाइड आर्ट्स के विद्यार्थी रहे नाना पाटेकर दूसरे ऐसे अभिनेता हैं जिन्हें फिल्मफेयर के बेस्ट एक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर और बेस्ट विलेन पुरस्कार मिल चुके हैं। पद्मश्री से सम्मानित नाना का जन्म 1 जनवरी 1951 को हुआ और 27 साल की उम्र में शादी हुई अभिनेत्री नीलाकांति पाटेकर से। नाना तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं ये सब जानते हैं, उनकी पत्नी भी पुरस्कार विजेता अभिनेत्री रही हैं। नीलाकांति को ये पुरस्कार उनकी पहली मराठी फिल्म ‘आत्मविश्वास’ के लिए मिला था। नाना पाटेकर के बारे में दुनिया भर के उनके प्रशंसकों को पता है, लेकिन नीलाकांति की शोहरत भी मराठी सिनेमा और रंगमंच पर कुछ कम नहीं रही है।
नीलाकांति पाटेकर का जन्म महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ। पिता उनके सेंट्रल एक्साइज में थे और उनका हर तीन साल के बाद तबादला होता रहता था। इसी के चलते नीलाकांति का बचपन कई शहरों में बीता। बताते तो यह भी हैं कि उनके पिता द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा की सीमा पर अंग्रेजी फौज के साथ गए थए। भौतिक शास्त्र में स्नातक करने वाली नीलाकांति ने पिता के कहने पर आईआईटी की प्रवेश परीक्षा दी और उसमें उत्तीर्ण भी हुईं लेकिन उन्होंने इंजीनियरिंग नहीं की। वह मराठी रंगमंच पर सक्रिय रहीं और उन्हें बहुत सारे पुरस्कार भी मिले। साल 1973 की महाराष्ट्र राज्य नाटक प्रतियोगिता में उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का स्वर्ण पदक मिला था।
नीलाकांति ने अभिनय को शौक के तौर पर अपनाया और आत्मनिर्भर होने के लिए बैंक की नौकरी की। एक मराठी नाटक के दौरान ही उनकी मुलाकात नाना पाटेकर से हुई जिसके कुछ समय बाद ही दोनों 1978 में शादी के बंधन में बंध गए थे। सचिन पिलगांवकर के निर्देशन में बनी मराठी फिल्म ‘आत्मविश्वास’ में नीलाकांति पाटेकर ने सचिन पिलगांवकर की हीरोइन के तौर पर काम किया। 1989 में रिलीज हुई इस फिल्म के लिए नीलाकांति पाटेकर को महाराष्ट्र राज्य सरकार के तरफ से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
नीलाकांति ने 27 साल बाद साल 2016 में मराठी फिल्म ‘बर्नी’ से बड़े परदे पर वापसी की और अभी साल 2022 में उन्होंने स्टार प्रवाह के सीरियल ‘गोठ’ में चर्चित किरदार बेयो अज्जी का किरदार निभाया। नीलाकांति पाटेकर की ‘अंत की शुरुआत’, ‘संघर्ष’ और ‘जीवन की यात्रा’ जैसी लघु फिल्मों काफी चर्चित रही हैं। नाना पाटेकर को चित्रकारी में महारत हासिल है तो नीलाकांति एक बेहतरीन मूर्तिकार भी हैं। उनकी मूर्तियां न्यूयॉर्क इंटरनेशनल डिजाइन फेयर पियर के अलावा कई जगह अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में प्रदर्शित की जा चुकी हैं।
नाना पाटेकर और नीलाकांति के रिश्तों में पहली बार दरार तब आई जब अभिनेत्री मनीषा कोइराला के साथ उनकी नजदीकियों की फिल्म जगत में खूब चर्चाएं होती रहती थीं। दोनों के पहले बेटे की असमय मृत्यु के बाद भी दोनों खिन्न रहने लगे। उनका दूसरा बेटा मल्हार भी अभिनय क्षेत्र में सक्रिय है। दोनों का तलाक नहीं हुआ है लेकिन दोनों आपसी सहमति से एक दूसरे से अलग रहते हैं। मल्हार का डेब्यू प्रकाश झा की फिल्म से होने की तैयारी लंबे अरसे तक चलती रही है लेकिन अब नाना पाटेकर और प्रकाश झा के रिश्ते पहले जैसे नहीं है।