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Chhath Puja : रोटी खीर का प्रसाद ग्रहण कर किया खरना, डूबते सूर्य को आज देंगे अर्घ्य, अखंड निर्जला व्रत शुरू


छठ…
– फोटो : amar ujala

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बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सूर्य महापर्व के रूप में प्रसिद्ध छठपर्व के दूसरे दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने पूरे दिन व्रत रखकर खरना किया। वहीं श्रद्धालुओं का सोमवार की सुबह सूर्य को प्रणाम करने तक अखंड निर्जला व्रत शुरू हो गया है। वह रविवार को अस्तांचलगामी सूर्य देव को पहला अर्घ्य देंगे। इसके लिए तैयारी पूर्ण हो चुकी हैं।

छठ पर्व की शुरूआत शुक्रवार को नहाय-खाय से हो चुकी है। श्रद्धालुओं ने शनिवार को पूरा दिन उपवास रखा। शाम के समय उन्होंने स्नान कर पूरी श्रद्धा के साथ रोटी और गुड़ की खीर का प्रसाद तैयार किया। श्रद्धालुओं ने रोटी-खीर के इस प्रसाद को सूर्य देव को अर्पित किया। इसके बाद उन्होंने बंद कमरे में प्रसाद ग्रहण किया। उनके परिवार के सदस्यों और अन्य परिजनों में भी यह प्रसाद बांटा गया।

छठ पर्व के तहत रविवार को सूर्य देव को दिए जाने वाले अर्घ्य के रूप में चढ़ाए जाने वाले मौसमी, गन्ना, नारियल, मिट्टी का हाथी, मिट्टी का बर्तन, मिट्टी का दीप, अर्ध्यपात, बांस की टोकरी, केला आदि सामान से बाजार पटे हुए है। यह सामान खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ रही। अनेक स्थानों पर शनिवार को पूरा दिन श्रद्धालु यह सामान खरीदने में लगे रहे। दूसरी ओर व्रतियों के साथ उनके परिवार के सदस्य रविवार को ठेकुआ बनाएंगे, यह अर्घ्य में चढ़ाए जाने वाला महत्वपूर्ण प्रसाद होता है।

दोपहर बाद व्रती परिवारवालों के साथ यमुना नदी के किनारे की ओर रुख करेंगे। इसके अलावा श्रद्धालु पश्चिमी यमुना नहर, झील, तालाबों और 11 स्थानों पर दिल्ली सरकार ने बनाए अस्थायी घाटों पर भी पूजा करेंगे। राजधानी में छठ पर्व का पहला अर्घ्य देेने के लिए रविवार की शाम लाखों श्रद्धालु यमुना नदी के किनारे व 11 सौ स्थानों पर बने घाटों और पश्चिमी यमुना नहर, विभिन्न झीलों व गांवों स्थित तालाबों पर पहुंचेंगे। 

इसी तरह सोमवार की सुबह भी इन स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। इसके अलावा इंंडिया गेट स्थित बोट क्लब व कालोनियों में बने कृत्रिम घाटों आदि स्थानों पर जल में भी खड़े होकर श्रद्धालु सूर्य को अर्घ्य देंगे। 

दिल्ली सरकार  ने 1100 स्थलों पर व्यवस्था की
दिल्ली सरकार 1100 स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन कर रही है। इन स्थानों पर छठ पूजा प्रबंधन और सुरक्षित आयोजन के लिए राजस्व विभाग नोडल विभाग है। राजस्व विभाग ने सभी 11 सौ पूजा स्थलों पर टेंट, कुर्सी, टेबल लाइटिंग, साउंड सिस्टम, सीसीटीवी, एलईडी स्क्रीन, पावर बैकअप आदि जैसी जरूरतों को पूरा किया है। राजस्व विभाग ने सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जल बोर्ड के साथ समन्वय करके स्वच्छ पानी की व्यवस्था की है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करके प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और एम्बुलेंस की तैनाती सुनिश्चित की है। मोबाइल शौचालय वैन (एमटीवी) के लिए डूसिब और सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस और सिविल डिफेंस वालंटियर्स, यातायात प्रबंधन के लिए यातायात पुलिस और साफ़-सफाई के लिए एमसीडी व एनडीएमसी के साथ समन्वय किया है। 

राजस्व मंत्री ने छठ घाटों पर सुविधाओं  की जानकारी ली
केजरीवाल सरकार की ओर से छठ पूजा के भव्य आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने शनिवार को विभिन्न छठ घाटों का दौरा किया। उन्होंने भलस्वा झील पर घाटों का निरीक्षण किया और वजीरपुर के केशवपुरम, बुराड़ी क्षेत्र के परशुराम एन्क्लेव में विभिन्न घाटों और बजरंगी घाट पर दिल्ली सरकार की ओर से की जा रही व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने छतरपुर क्षेत्र के आयानगर में भी घाटों का निरीक्षण किया। इस मौके पर कैलाश गहलोत ने उत्तरी दिल्ली में भलस्वा झील पर समितियों के सदस्यों और व्रतियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में पूरी दिल्ली में छठ पूजा के लिए व्यापक इंतजाम किए है। छठी मइया के आशीर्वाद से पूरी दिल्ली में धूमधाम से छठ मनाई जाएगी। इसके बाद वह वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र के केशवपुरम गए और वहां की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अफसरों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। 

यमुना घाटों पर छठ पूजा की पाबंदी के विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यमुना किनारे के घाटों पर छठ व्रतियों को पूजा अर्चना की इजाजत न देने के विरोध में शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने पूछा कि पूर्वांचलवासी छठ पूजा कहां करें? मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भाग कर दूसरे राज्यों में चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं। प्रदूषण की आड़ में यमुना में छठ पूजा अर्चना की इजाजत नही मिलने से पूर्वाचंलवासियों में भारी रोष है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि छठ महापर्व पर यमुना घाटों पर पूजा अर्चना पर पाबंदी लगाकर मुख्यमंत्री दिल्ली के 50 लाख पूर्वांचल वासियों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे है। मुख्यमंत्री ने यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन वह अपना वादा भूलकर दूसरे राज्यों में चुनावी प्रचार कर रहे हैं।

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बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सूर्य महापर्व के रूप में प्रसिद्ध छठपर्व के दूसरे दिन शनिवार को श्रद्धालुओं ने पूरे दिन व्रत रखकर खरना किया। वहीं श्रद्धालुओं का सोमवार की सुबह सूर्य को प्रणाम करने तक अखंड निर्जला व्रत शुरू हो गया है। वह रविवार को अस्तांचलगामी सूर्य देव को पहला अर्घ्य देंगे। इसके लिए तैयारी पूर्ण हो चुकी हैं।

छठ पर्व की शुरूआत शुक्रवार को नहाय-खाय से हो चुकी है। श्रद्धालुओं ने शनिवार को पूरा दिन उपवास रखा। शाम के समय उन्होंने स्नान कर पूरी श्रद्धा के साथ रोटी और गुड़ की खीर का प्रसाद तैयार किया। श्रद्धालुओं ने रोटी-खीर के इस प्रसाद को सूर्य देव को अर्पित किया। इसके बाद उन्होंने बंद कमरे में प्रसाद ग्रहण किया। उनके परिवार के सदस्यों और अन्य परिजनों में भी यह प्रसाद बांटा गया।

छठ पर्व के तहत रविवार को सूर्य देव को दिए जाने वाले अर्घ्य के रूप में चढ़ाए जाने वाले मौसमी, गन्ना, नारियल, मिट्टी का हाथी, मिट्टी का बर्तन, मिट्टी का दीप, अर्ध्यपात, बांस की टोकरी, केला आदि सामान से बाजार पटे हुए है। यह सामान खरीदने के लिए बाजारों में भीड़ रही। अनेक स्थानों पर शनिवार को पूरा दिन श्रद्धालु यह सामान खरीदने में लगे रहे। दूसरी ओर व्रतियों के साथ उनके परिवार के सदस्य रविवार को ठेकुआ बनाएंगे, यह अर्घ्य में चढ़ाए जाने वाला महत्वपूर्ण प्रसाद होता है।

दोपहर बाद व्रती परिवारवालों के साथ यमुना नदी के किनारे की ओर रुख करेंगे। इसके अलावा श्रद्धालु पश्चिमी यमुना नहर, झील, तालाबों और 11 स्थानों पर दिल्ली सरकार ने बनाए अस्थायी घाटों पर भी पूजा करेंगे। राजधानी में छठ पर्व का पहला अर्घ्य देेने के लिए रविवार की शाम लाखों श्रद्धालु यमुना नदी के किनारे व 11 सौ स्थानों पर बने घाटों और पश्चिमी यमुना नहर, विभिन्न झीलों व गांवों स्थित तालाबों पर पहुंचेंगे। 

इसी तरह सोमवार की सुबह भी इन स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। इसके अलावा इंंडिया गेट स्थित बोट क्लब व कालोनियों में बने कृत्रिम घाटों आदि स्थानों पर जल में भी खड़े होकर श्रद्धालु सूर्य को अर्घ्य देंगे। 

दिल्ली सरकार  ने 1100 स्थलों पर व्यवस्था की

दिल्ली सरकार 1100 स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन कर रही है। इन स्थानों पर छठ पूजा प्रबंधन और सुरक्षित आयोजन के लिए राजस्व विभाग नोडल विभाग है। राजस्व विभाग ने सभी 11 सौ पूजा स्थलों पर टेंट, कुर्सी, टेबल लाइटिंग, साउंड सिस्टम, सीसीटीवी, एलईडी स्क्रीन, पावर बैकअप आदि जैसी जरूरतों को पूरा किया है। राजस्व विभाग ने सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जल बोर्ड के साथ समन्वय करके स्वच्छ पानी की व्यवस्था की है, वहीं स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करके प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और एम्बुलेंस की तैनाती सुनिश्चित की है। मोबाइल शौचालय वैन (एमटीवी) के लिए डूसिब और सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस और सिविल डिफेंस वालंटियर्स, यातायात प्रबंधन के लिए यातायात पुलिस और साफ़-सफाई के लिए एमसीडी व एनडीएमसी के साथ समन्वय किया है। 

राजस्व मंत्री ने छठ घाटों पर सुविधाओं  की जानकारी ली

केजरीवाल सरकार की ओर से छठ पूजा के भव्य आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने शनिवार को विभिन्न छठ घाटों का दौरा किया। उन्होंने भलस्वा झील पर घाटों का निरीक्षण किया और वजीरपुर के केशवपुरम, बुराड़ी क्षेत्र के परशुराम एन्क्लेव में विभिन्न घाटों और बजरंगी घाट पर दिल्ली सरकार की ओर से की जा रही व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने छतरपुर क्षेत्र के आयानगर में भी घाटों का निरीक्षण किया। इस मौके पर कैलाश गहलोत ने उत्तरी दिल्ली में भलस्वा झील पर समितियों के सदस्यों और व्रतियों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में पूरी दिल्ली में छठ पूजा के लिए व्यापक इंतजाम किए है। छठी मइया के आशीर्वाद से पूरी दिल्ली में धूमधाम से छठ मनाई जाएगी। इसके बाद वह वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र के केशवपुरम गए और वहां की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अफसरों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। 

यमुना घाटों पर छठ पूजा की पाबंदी के विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यमुना किनारे के घाटों पर छठ व्रतियों को पूजा अर्चना की इजाजत न देने के विरोध में शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने पूछा कि पूर्वांचलवासी छठ पूजा कहां करें? मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भाग कर दूसरे राज्यों में चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं। प्रदूषण की आड़ में यमुना में छठ पूजा अर्चना की इजाजत नही मिलने से पूर्वाचंलवासियों में भारी रोष है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि छठ महापर्व पर यमुना घाटों पर पूजा अर्चना पर पाबंदी लगाकर मुख्यमंत्री दिल्ली के 50 लाख पूर्वांचल वासियों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे है। मुख्यमंत्री ने यमुना को साफ करने का वादा किया था, लेकिन वह अपना वादा भूलकर दूसरे राज्यों में चुनावी प्रचार कर रहे हैं।

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