मंगलवार को दिल्ली में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें बीजेपी के 38 सहयोगी दल शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बैठक को संबोधित करते हुए ट्विटर पर बड़े समर्थन और उत्साह से कहा कि यह गठबंधन देश के विकास की मिसाल है, जो सभी क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने का संकल्पी है।
बैठक में शामिल हुए विभिन्न राजनीतिक दलों में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय लोक जनता दल और जन सेना भी शामिल थे। कांग्रेस ने इस बैठक को लेकर विपक्ष को ताना मारते हुए कहा कि जो लोग अब एनडीए में शामिल हो रहे हैं, वे पहले विपक्ष को हराने के चक्कर में थे।
बैठक में विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा हुई और देश के विकास और उन्नति के लिए योजनाएं बनाने का निर्णय लिया गया। एनडीए के नेता और सहयोगी दलों ने इस अवसर पर एक दूसरे को समर्थन और सहायता का वचन दिया।
बैठक के माध्यम से विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने राष्ट्रीय स्तर पर सहयोगी गठबंधन का आग्रह किया, जो राष्ट्रीय एकीकरण और विकास के लिए साझेदारी बनेगा। इस घटना ने भारतीय राजनीति के दृष्टिकोण को परिवर्तित किया है और आगामी चुनावों में इसका प्रभाव देखने की उम्मीद है।