Breaking News

पटवारियों की हड़ताल से रूके काम, तहसील कोर्ट में सीमांकन के 668 मामले लंबित

लखेश्वर यादव/जांजगीर-चांपा. आठ सूत्रीय मांगों को लेकर पटवारियों के आंदोलन को 28 दिन पूरे हो गए हैं, लेकिन बातचीत से कोई हल नहीं निकला. इससे आम जनता का काम प्रभावित हो रहा है. फौती, बंटवारा, अविवादित नामांतरण और सीमांकन के काम रुके हुए हैं. 15 जून से बरसात के कारण सीमांकन का काम नहीं होता, जिसके चलते लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. कई राजस्व मामलों में तहसीलदार, एसडीएम न्यायालय की ओर से पटवारियों से ही प्रतिवेदन मंगाया जाता है, लेकिन हड़ताल के कारण ये प्रतिवेदन भी नहीं आ पा रहे हैं. इससे राजस्व मामलों की सुनवाई में भी विलंब हो रहा है.

स्कूल, कॉलेज भी खुलने वाले हैं और ऐसे में आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ती है और इसके लिए पटवारी प्रतिवेदन भी आवश्यक होता है. पटवारियों की हड़ताल के कारण प्रतिवेदन भी नहीं बन पा रहे हैं. इसके चलते लोग परेशान हैं.

काला कपड़ा पहनकर एस्मा के आदेश की कॉपी जलाई 

राजस्व पटवारी संघ का प्रांत स्तरीय हड़ताल 15 मई से जारी है. हड़ताल 8 सूत्रीय मांगों पर है. जिसमें वेतन विसंगति, आरआई प्रमोशन और आरआई की सीधी भर्ती बंद, संसाधन और भत्ते, स्टेशनरी भत्ते, अतिरिक्त हलके का मानदेय मूल वेतन का 50% पटवारी भर्ती हेतु योग्यता स्नातक और  बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने की मांग शामिल है. शासन की ओर से हड़ताल पर एस्मा एक्ट लगाकर आदेश जारी किया गया है. जिसके विरोध में सभी जिलों में एक साथ एस्मा के आदेश की कॉपी को जलाया गया और शासन की दमनकारी नीति का विरोध किया गया. आठ सूत्रीय मांगों के पूर्ण होने तक हड़ताल पर डटे रहने का संकल्प लिया गया.

नियमित 14 और परिवीक्षा अवधि वाले 23 पटवारी लौटे

एस्मा के बाद 14 नियमित पटवारियों ने हड़ताल छोड़कर काम जॉइन कर लिया है. बताया जा रहा है, इनमें ज्यादातर वे लोग हैं जो रिटायरमेंट के करीब हैं या जिन्होंने छुट्टी ली थी. वहीं जिले के 23 ऐसे पटवारी जिनकी नियुक्ति को दो साल नहीं हुए हैं, उन्होंने भी हड़ताल से खुद को अलग कर लिया है.

तहसील न्यायालयों में सीमांकन के 668 मामले लंबित

जिले के विभिन्न तहसीलों में सीमांकन के 668 प्रकरण लंबित हैं. इन प्रकरणों में सीमांकन आदेश होना है. लेकिन अभी आदेश भी होगा तो सीमांकन नहीं हो पाएगा, क्योंकि पटवारियों की हड़ताल चल रही है. 15 जून के पहले जिन मामलों में सीमांकन का आदेश होगा उनका भी सीमांकन हड़ताल के चलते कुछ नहीं हो पाएगा. इसके बाद आदेश होने पर बरसात तक सीमांकन अटक जाएगा. इसके अलावा सैकड़ों प्रकरण ऐसे है जिसमें सीमांकन का आदेश हो गया है, लेकिन हड़ताल के चलते सीमांकन नहीं हो पा रहा है.

Tags: Chhattisagrh news, Latest hindi news, Local18

Source link

About dp

Check Also

छत्तीसगढ़ में 1.70 लाख महिलाओं को मिल राह है स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ , दाई-दीदी मोबाइल योजना है कारगर

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री दाई-दीदी मोबाइल क्लीनिक योजना द्वारा हुई जगह विशेष रूप से छत्तीसगढ़ सरकार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *