उत्तराखंड में मुस्लिम युवकों द्वारा हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने के प्रयास करने का मामले के बाद टेंशन जारी है। ‘लव जिहाद’ का नाम देते हुए लोगों ने काविरोध जारी है। मुस्लिम समाज के लोगों दुकानें लगातार 17 दिनों तक आक्रोशित लोगों ने खोलने नहीं दी। आक्रोशित लोगों ने उत्तरकाशी जिले में 15 जून को महापंचायत भी बुलाई गई है। इस मामले पर एआईएमआईएम (AIMIM)मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने मांग की है।
ओवैसी ने उत्तराखंड सरकार से डिमांड की है कि वह हिंदुओं की होने वाली प्रस्तावित महापंचायत पर तुरंत रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए। सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए उत्तरकाशी सहित अन्य जिलों में रहने वाले लोगों को सुरक्षा प्रदान किया जाए। ओवैसी ने कहा पलायन कर गए लोगों को वापस बुलाने का भी सरकार की ओर से इंतजाम किया जाए। ‘भाजपा सरकार का काम है कि गुनहगारों को जेल भेजे और जल्द अमन कायम हो’, ओवैसी।
दुकानें खोलने पर दिया सुरक्षा का भरोसा
उत्तरकाशी जिले में पुरोला में नाबालिग लड़की भगाने के प्रयास के मामले में जारी गतिरोध के बीच 17वें दिन डीएम और एसपी यहां पहुंचे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर अधिकारियों ने क्षेत्र में आपसी सौहार्द और शांति बनाए रखने की अपील की। बैठक में दुकानें खोलने को लेकर समुदाय विशेष के लोगों ने अधिकारियों से साफतौर पर कहा कि जब से पुरोला में धमकी भरे पोस्टर लगे हैं, उनमें डर का माहौल पैदा हुआ है।
इसलिए अब तक दुकानें नहीं खोली गईं। बैठक में 15 जून को बुलाई गई प्रस्तावित महापंचायत को लेकर डीएम ने लोगों ने फीडबैक लिया। साथ ही पुरोला में बीते 17 दिनों के घटनाक्रम पर एसडीएम, सीओ व थानाध्यक्ष पुरोला के साथ विस्तृत समीक्षा की। बैठक में बात जब दुकानें खोलने की आई तो समुदाय विशेष के व्यापारी रियायत अली, अशरफ आदि ने बताया कि 45 वर्षों से पुरोला में दुकानदारी कर रहे हैं।
उनसे किसी से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन 15 जून को महापंचायत की धमकी भरे पोस्टर चिपकाए जाने से समुदाय विशेष के मन में डर का माहौल पैदा हुआ है। व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन चौहान ने कहा कि अपराधी किस्म के समुदाय विशेष व्यवसायियों के अलावा किसी को भी पुरोला से जाने को नहीं कहा गया।
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समुदाय विशेष की घटना पर जिम्मेदारी मकान मालिक की
समुदाय विशेष के खिलाफ यमुना घाटी में चल रहे जन आक्रोश को लेकर नैनबाग के व्यापारियों ने बैठक कर समुदाय विशेष को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि समुदाय विशेष के लोगों की ओर से क्षेत्र में किसी प्रकार की घटना को अंजाम दिया जाता है, तो उनकी जिम्मेदारी मकान मालिक होगी। राइंका नैनबाग में नैनबाग के व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक कर समुदाय विशेष को लेकर चर्चा की।
महापंचायत करने को लेकर सुझाव मांगे
समुदाय विशेष के खिलाफ क्षेत्र में व्याप्त जनाक्रोश को लेकर पंचायत संगठन से जुड़े लोगों ने पुरोला के एक निजी होटल में बैठक कर 15 जून को प्रचारित महापंचायत पर चर्चा की। इस दौरान लोगों से महापंचायत बुलाने पर जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों से सुझाव मांगे गए। बैठक में महापंचायत के आयोजन में विभिन्न संगठनों के समर्थन को लेकर विस्तार से विचार विमर्श किया गया।
प्रधान संगठन, क्षेत्र पंचायत संगठन व विभिन्न सामाजिक हिंदूवादी संगठनों से समर्थन को लेकर चर्चाएं की गईं। प्रधान संगठन अध्यक्ष अंकित रावत ने कहा कि पुरोला के एक निजी होटल में समाज के विभिन्न संगठनों की बैठक रखी गयी थी जिसमें 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत तथा समुदाय विशेष की दुकानों पर चस्पा किये गए पोस्टर पर चर्चा की गई।
Source : https://www.livehindustan.com/uttarakhand/story-uttarakhand-love-jihad-maha-panchyat-15-june-asaduddin-owaisi-demand-8299373.html