नरेश पारीक / चूरू. राजस्थान के चूरू में पिछले करीब 9 सलों से शहर की पुरानी सड़क पर विश्व की सबसे प्राचीन सेराजेम थैरेपी द्वारा लोगों को दर्द से राहत दिलाई जा रही है. यहां हर रोज बड़ी संख्या में लोग कतार में खड़े होकर अपने नंबर का इंतजार करते हैं. मुफ्त थैरेपी देने वाले सेराजेम सेंटर के संचालक दयाराम ने बताया कि उनके इस काम में उनकी पत्नी मंजू भी उनका हाथ बंटा रही हैं. सेंटर पर सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक लोगो को फ्री थैरेपी दी जा रही है. सेंटर पर चूरू सहित जिलेभर से लोग उनकी इस थैरेपी का लाभ लेने आते हैं.
कोई भी व्यक्ति इस थैरेपी का लाभ ले सकता है
दयाराम बताते हैं कि उनके पास असाध्य रोगों से ग्रसित बड़ी संख्या में यहां लोग आते हैं. यहां आने वाले रोगियों को हर रोज 40 मिनट ये थैरेपी दी जाती है. सेंटर पर आने वाला कोई भी व्यक्ति जब तक इस थैरेपी का लाभ ले सकता है जब तक उसे दर्द से राहत ना मिले. उन्होंने बताया कि इस थैरेपी की मशीनों की कीमत लाखों में हैं. ऐसे में हर इंसान के लिए इसे खरीद पाना मुश्किल हैं.
इन रोगों में फायदेमंद है ये थैरेपी
सेंटर पर असाध्य रोगों से ग्रसित लोग आते हैं. इनमें मुख्य रूप से बीपी, शुगर, थायरायड, अस्थमा, लकवा, स्लिप डिस्क से पीड़ित लोग होते हैं. प्रतिदिन 250 से 300 महिला और पुरुष जिले भर से सेंटर पर आते हैं. यहां एक व्यक्ति 40 मिनट तक थैरेपी का लाभ ले सकता है. सेंटर का समय सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक है.
सेंटर पर होती हैं कई हैप्पीनेस गतिविधियां
दयाराम बताते हैं कि सेंटर पर बीमारियों से ग्रसित आने वाले लोगो को खुश रखने के लिए यहां विभिन्न प्रकार की गतिविधियां करवाई जाती हैं. इनमें कपल प्रतियोगिता, स्पाइन प्रतियोगिता, फैमिली अवॉर्ड दिया जाता है. वेट लॉस का कम्पटीशन करवाया जाता है और सेंटर पर आने वाले बच्चों को भी सेहत के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
.
FIRST PUBLISHED : June 13, 2023, 10:04 IST