पंचायत में पहुंचे पहलवान
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हरियाणा के सोनीपत में ओलंपियन साक्षी मलिक ने कहा कि न्याय नहीं मिला तो पहलवान एशियन गेम्स के ट्रायल में भाग नहीं लेंगे। उनके पास धमकी भरे कॉल आ रहे हैं। उन पर समझौते का दबाव है। नाबालिग पहलवान के बयान पहले ही बदल चुके हैं। बाकियों को भी लगातार तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
छोटूराम धर्मशाला में शनिवार को किसान संगठन, सर्वखाप व कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ पंचायत हुई। इसमें साक्षी मलिक ने कहा कि न्याय के लिए पहलवान लड़ाई को जारी रखेंगे। जब तक पहलवानों को न्याय नहीं मिलेगा वह संघर्ष करते रहेंगे। ऐसे में वह एशियन गेम्स के ट्रायल में भी भाग नहीं लेंगे।
बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा। 15 दिन का समय दिया गया था। मैंने पहले दिन से कहा था कि आरोपी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। मेरी दिल्ली पुलिस से कोई बात नहीं हुई है, साथ ही फिर दोहराया कि सभी तीनों पहलवान एक साथ हैं। बजरंग, विनेश और वह एक साथ न्याय की लड़ाई जारी रख रहे हैं। साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष के यहां महिला पहलवान को ले जाने के दिल्ली पुलिस के कदम पर सवाल खड़ा किया।
उन्होंने कहा कि महिला पहलवानों की मानसिक स्थिति को समझने का प्रयास करें, यह भी एक तरह का शोषण है। पॉक्सो मामले में हमने देखा कि शिकायतकर्ता का बयान बदल गया है। जब तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तब तक जांच प्रभावित हो सकती है। बृजभूषण पहलवानों पर दबाव डाल रहे हैं।
बहन-बेटियों की इज्जत उछालकर कभी नहीं करेंगे राजनीति, गर्दन कटवाने को भी तैयार : बजरंग पूनिया
ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि बहन-बेटियों की इज्जत उछालकर वह राजनीति नहीं करेंगे। आंदोलन उनके लिए मान-सम्मान की लड़ाई है, जिसके लिए वह गर्दन भी कटवा सकते हैं। बृजभूषण से उनकी कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। जिस तरह से खाप व पंचायत अपनी बेटियों के साथ खड़ी हैं, उसी तरह से वह भी साथ दे रहे हैं। पहलवान 15 जून तक सरकार की तरफ से कार्रवाई का इंतजार करेंगे। ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसके लिए 16 या 17 जून को ही कॉल कर दी जाएगी। खाप नेताओं ने भी कहा कि 15 जून के बाद 16 या 17 जून को बजरंग के एक कॉल पर एकजुट होकर उसके साथ खड़े होंगे और जो वह निर्णय लेगा, उसमें उनका पूरा साथ दिया जाएगा।