श्रीलाल शुक्ल ऐसे उपन्यासकार रहे, जिन्हें नई पीढ़ी भी सबसे ज़्यादा पढ़ती है. शुक्ल नई पीढ़ी के बीच सबसे अधिक समझने और पढ़ने वाले वरिष्ठ रचनाकारों में से एक हैं. उन्होंने 1947 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा पास की और ब्रिटेन, जर्मनी, पोलैंड, सूरीनाम, चीन, यूगोस्लाविया जैसे देशों की …
Read More »धार्मिक विसंगतियों पर करारा प्रहार है विष्णु प्रभाकर की कहानी ‘रहमान का बेटा’
विष्णु प्रभाकर कहते थे- ‘एक साहित्यकार को सिर्फ यह नहीं सोचना चाहिए कि उसे क्या लिखना है, बल्कि इस पर भी गंभीरता से विचार करना चाहिए कि क्या नहीं लिखना है. हर आदमी दूसरे के प्रति उत्तरदायी होता है. यही सबसे बड़ा प्रेम का बंधन है. मेरे साहित्य की प्रेरक …
Read More »प्रेमचंद जयंती : …हमसे न पूछिए किसी मुंशी के बारे में, हम क्या जानें
ख़बर सुनें ख़बर सुनें हां…पढ़ा तो है, किताबों में प्रेमचंद को। शायद हिंदी के बड़े साहित्यकार हैं, लेकिन इससे ज्यादा नहीं बता पाऊंगी। ज्यादा जानना है तो गूगल में सर्च कर लेते हैं। संवाददाता के सवाल पर ऐसा कहने वाली दिल्ली मेट्रो में सफर कर रही श्वेता रमण ही नहीं …
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