उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के मजदूरों और पारंपरिक कारीगरों के विकास के लिए “विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2023” की शुरुआत की है। योजना के अंतर्गत, उत्तर प्रदेश के बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची और अन्य पारंपरिक कारीगरों को उनके कौशल को और बढ़ाने के लिए 6 दिनों का निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
योजना के तहत, सरकार द्वारा 10,000 रुपये से 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी ताकि ये पारंपरिक कारीगर अपने व्यापार को आगे बढ़ा सकें। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत हर साल 15 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा और उन्हें सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की जाएगी।
योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर मजदूरों को एक समर्थन प्रोत्साहना भी प्रदान की जाएगी। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना 2023 के अंतर्गत दिए जा रहे प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता के बारे में जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
योजना की शुरुआत से अब तक उत्तर प्रदेश के 1.43 लाख से अधिक आर्टिसंस को लाभ प्रदान किया गया है, जिससे योजना राज्य के श्रमिकों को सक्षम बनाने में सफलता प्राप्त हुई है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को विशेष सहायता मिलने से उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की उम्मीद है।
इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले हस्तशिल्प, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची और अन्य पारंपरिक कारीगरों को स्वदेशी व्यापार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना है। योजना के तहत दी जा रही वित्तीय स
हायता और प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें स्वरोजगारी बनाने से राज्य सरकार ने उनके साथी मजदूरों के जीवन को समृद्ध बनाने का प्रयास किया है।
इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार ने नए उद्यमियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वरोजगारी मजदूरों को भी वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का मकसद प्राप्त किया है। राज्य की गरीब जनजाति के लोगों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए श्रम मंत्रालय द्वारा योजना के लाभ उठाने की सलाह दी जाती है।
योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के गरीब श्रमिकों और पारंपरिक कारीगरों को नए और आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी, जो उनके व्यापार को मजबूत बनाने में मदद करेंगी। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत उद्यमियों को अपने व्यापार की वृद्धि करने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि उन्हें समृद्धि की ओर एक प्रोत्साहन मिले।
इस उपक्रम से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को एक और साल के लिए स्वरोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी की जाएगी। योजना के लाभार्थियों को रोजगार प्राप्त करने में सहायक बनाने के लिए उद्यमियों को वित्तीय और प्रशिक्षण संसाधन उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने नई पहल की शुरुआत की है।
इस अद्भुत पहल के माध्यम से योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश के समृद्धि और स्वरोजगार के क्षेत्र में मजदूरों के विकास को गति प्रदान की है। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत प्रदान की जा रही वित्तीय सहायता से लाभार्थियों को अपने श्रमिक कौशल को बढ़ाकर आत्मनिर्भर बनाने का अवसर मिलेगा।
इस उत्कृष्ट पहल के साथ, उत्तर प्रदेश की जनता में आर्थिक समृद्धि और विकास के लिए नए दिन की शुरुआत हो रही है। योजना के अंतर्गत प्रदान की जा रही सहायता से उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले श्रमिकों को आर्थिक रूप से सकारात्मक परिवर्तन की
उम्मीद है।