Cyclone Biparjoy: मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात बिपरजॉय अब मानसूनी प्रवाह से पूरी तरह अलग हो गया है। यह अब मानसून की बारिश को और प्रभावित नहीं करेगा। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने संवाददाताओं से कहा, चक्रवात ने अरब सागर के ऊपर भूमध्यरेखीय प्रवाह को बढ़ा दिया है। इससे प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों में मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिली है। अब मानसून के आगे बढ़ने या इसके प्रदर्शन पर किसी बड़े पैमाने पर प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। वैज्ञानिकों ने पहले कहा था कि चक्रवात से मानसून की तीव्रता प्रभावित हुई और इस वजह से केरल में यह एक हफ्ते की देरी से पहुंचा।
मौसम विभाग की चेतावनी, बिपरजॉय से भारी नुकसान की आशंका
अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से गुजरात में भारी नुकसान की आशंका है। इसकी वजह से 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेंगी, समुद्री तटों पर 10 से 14 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी और 25 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा दर्ज की जा सकती है। मौसम विभाग ने मंगलवार को यह जानकारी दी। चक्रवात ‘बिपरजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
आईएमडी के अनुसार, ‘बिपरजॉय’ मंगलवार को अत्यंत गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर बेहद गंभीर चक्रवात में बदल गया। ‘बिपरजॉय’ के एक बेहद गंभीर चक्रवात के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं।
Cyclone Biparjoy: यूपी में पारा 46 डिग्री तक पहुंचा, भीषण गर्मी में झुलसे लोग
उत्तर प्रदेश का अधिकांश हिस्सा बढ़ते तापमान और चल रही तेज लू के कारण भीषण गर्मी से झुलस रहा है। मंगलवार को तो झांसी में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वहीं प्रयागराज में 45.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। लखनऊ मौसम विभाग को जिन 33 स्थानों की रिपोर्ट मिली है उसके मुताबिक सिर्फ नजीबाबाद को छोड़कर बाकी सभी जगह दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। मौसम विभाग बता रहा है कि मानसून की दस्तक के पहले इस गर्मी से निजात नहीं मिलने वाली। गर्मी में बढ़ोतरी भी हो सकती है।
Cyclone Biparjoy Live Updates: सौराष्ट्र में बाढ़ की आशंका
अमित शाह ने कहा, तूफान से भारी बारिश का अनुमान है। इससे कच्छ और सौराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने सोमनाथ और द्वारका मंदिर के आस-पास सभी आवश्यक तैयारी करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि गिर के जंगल में पशुओं और वृक्षों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। अमित शाह ने सांसदों और विधानसभा सदस्यों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों की हरसंभव मदद करें। सभी विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करें।
Cyclone Biparjoy: किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार : अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को चक्रवाती तूफान बिपारजॉय से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का कंट्रोल रूम 24 घंटे स्थिति पर नजर रखे हुए है। केंद्र सरकार की सभी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने गुजरात सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
Cyclone Biparjoy Live Updates: बिपारजॉय मानसून को और प्रभावित नहीं करेगा : मौसम विभाग
मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात बिपारजॉय अब मानसूनी प्रवाह से पूरी तरह अलग हो गया है। यह अब मानसून की बारिश को और प्रभावित नहीं करेगा। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने संवाददाताओं से कहा, चक्रवात ने अरब सागर के ऊपर भूमध्यरेखीय प्रवाह को बढ़ा दिया है। इससे प्रायद्वीप के दक्षिणी हिस्सों में मानसून को आगे बढ़ने में मदद मिली है। अब मानसून के आगे बढ़ने या इसके प्रदर्शन पर किसी बड़े पैमाने पर प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। वैज्ञानिकों ने पहले कहा था कि चक्रवात से मानसून की तीव्रता प्रभावित हुई और इस वजह से केरल में यह एक हफ्ते की देरी से पहुंचा। वहीं एक शोध से पता चला है कि केरल में मानसून के देरी से आने का मतलब यह जरूरी नहीं है कि उत्तर पश्चिम भारत में भी इसकी शुरुआत देरी से होगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून के देरी से आने की वजह से वर्षा कम होगी, यह भी जरूरी नहीं है। बता दें कि चक्रवात से पूर्व मौसम विभाग ने कहा था कि अलनीनो की स्थिति विकसित होने के बावजूद मानसून में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है।