![Ajmer 92: ब्लैकमेल कांड की खूनी कहानी, खुलासा करने वाले पत्रकार की हत्या का बेटे ने 30 साल बाद ऐसे लिया बदला AJMER 92 Journalist who exposed Ajmer girls blackmailing case murdered son took revenge after 30 years](https://i0.wp.com/staticimg.amarujala.com/assets/images/2023/06/13/750x506/ajmer-92-journalist-who-exposed-ajmer-girls-blackmailing-case-murdered-son-took-revenge-after-30-ye_1686676087.jpeg?resize=414%2C233&ssl=1)
दादी पोते को बताती रहीं कैसे मारा गया उसका पिता।
– फोटो : अमर उजाला
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देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल और ब्लैकमेलिंग कांड में पर बन रही अमजेर 92 फिल्म 14 जुलाई को रिलीज हो रही है। इस फिल्म में अजमेर की उन 100 से ज्यादा लड़कियों की कहानी है जिनके साथ शहर के कई नामी लोगों ने दरिंदगी की थी। लेकिन, आज हम अजमेर ब्लैकमेलिंग कांड से जुड़ी उस खूनी कहानी के बारे में बात करेंगे जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे, आइए अब कहानी पर चलते हैं…।
आज से पांच महीने पहले 7 जनवरी 2023 को अजमेर के पुष्कर में एक रिसोर्ट में अचानक गोलियां चलने लगीं, गोली लगने के बाद एक हिस्ट्रीशीटर और पूर्व नेता सवाई सिंह लहूलुहान हाल में जमीन पड़ा हुआ था। लोगों की भीड़ में एक युवक चिल्ला रहा था- ‘हमने अपने बाप की मौत का बदला ले लिया…’।
ऐसा ही एक नजारा करीब 31 साल पहले अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भी देखने को मिला था। अस्पताल में भर्ती स्थानीय अखबार के संपादक मदन सिंह की हत्या बदमाशों ने गोलियों से भूनकर कर दी गई थी। इन्हीं मदन सिंह के बेटे सूर्यप्रताप ने पिता की मौत का बदला लेने के लिए सवाई सिंह की हत्या की थी। सवाई सिंह, मदनसिंह की हत्या में आरोपी था, लेकिन कोर्ट ने उसे बरी कर दिया था।