![Sonipat: बिश्केक के लिए आज से दो रेफरी, एक प्रशिक्षक के बिना रवाना होगा भारतीय दल Indian team will leave for Bishkek from today without two referees, one coach](https://i0.wp.com/staticimg.amarujala.com/assets/images/2021/08/17/750x506/world-junior-wrestling-championship-2021_1629184118.jpeg?resize=414%2C233&ssl=1)
विश्व जूनियर चैंपियनशिप
– फोटो : सोशल मीडिया
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किर्गिस्तान के बिश्केक में आयोजित हो रही एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के अंडर-23 की टीम मंगलवार से दो रेफरी व एक प्रशिक्षक के बिना रवाना होगी। दल के चयन के बाद अब टीम के जाने से पहले तीनों के नाम हटा दिए गए हैं। बताया जा रहा है पुराने विवाद का हवाला देकर उनके नाम हटाए गए हैं।
बिश्केक में आयोजित हो रही एशियन कुश्ती चैंपियनशिप के लिए अंडर-23 के लिए चयनित दल 13 से 15 जून तक साई सेंटर सोनीपत से रवाना होगा। इसमें 13 जून को ग्रीको रोमन वर्ग, 14 जून को महिला वर्ग व 15 जून को फ्रीस्टाइल वर्ग के पहलवान व उनके प्रशिक्षक रवाना होंगे।
दल के अंतरराष्ट्रीय रेफरी वीरेंद्र मलिक और जगबीर सिंह को भी जाना था। साथ ही फ्रीस्टाइल वर्ग के प्रशिक्षक राजीव तोमर को मुख्य प्रशिक्षक जगमहेंदर व कुलदीप के साथ चुना गया था। अब तीनों के नाम बिश्केक जाने वाले दल से हटा दिए गए हैं।
आरोप है कि तीनों को पुराने विवाद के चलते भेजने से मना किया गया है। इसमें रेफरी वीरेंद्र मलिक को वर्ष 2014 में स्कॉटलैंड में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में लगे आरोप का हवाला देकर भेजने से इन्कार किया है। हालांकि इस मामले में उस समय उन्हें स्कॉटलैंड पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। वहीं जगबीर सिंह को धरनारत पहलवानों के पक्ष में आवाज उठाने के चलते और राजीव तोमर को पुराने आरोप के चलते नहीं भेजा जा रहा है।
उधर, मामले को लेकर तदर्थ समिति सदस्य भूपेंद्र सिंह बाजवा का कहना है कि सभी को मौका दिया जा रहा है। ऐसे में दो रेफरी व एक प्रशिक्षक को फिलहाल नहीं भेजा जा रहा। यह दूसरी प्रतियोगिताओं में भेजे जा सकते हैं।
लग सकता है जुर्माना
वहीं जानकारों का कहना है कि दो रेफरी व एक के नहीं जाने से प्रतियोगिता में पहलवानों के प्रदर्शन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। ग्रीको रोमन की टीम के साथ तीन प्रशिक्षक व फ्रीस्टाइल की टीम के साथ अब भी दो प्रशिक्षक जा रहे हैं। हालांकि कहा जा रहा है कि अब रेफरी नहीं जाने से भारतीय दल पर जुर्माना लग सकता है। विदेश की तरफ से रेफरी भेजने को कहा जाता है, ऐसे में रेफरी नहीं जाने पर जुर्माना का प्रावधान है।