उत्तराखंड आयुर्वेद विवि
– फोटो : AmarUjala
विजिलेंस जांच में घिरे उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की 2018 में हुई चिकित्साधिकारी भर्ती परीक्षा भी अब इसकी जद में आ गई है। विजिलेंस ने विश्वविद्यालय प्रशासन और सचिव आयुष से परीक्षा से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। परीक्षा में एक ही गाइड से पूरा पेपर दिया गया था। परिणाम 22 घंटे में जारी करते हुए इंटरव्यू के लिए भी अभ्यर्थियों को बुला लिया गया था।
आयुर्वेद विश्वविद्यालय में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों की भर्ती के तहत 2018 में चिकित्साधिकारी के 19 पदों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसके प्रश्नपत्र ने विश्वविद्यालय को कठघरे में खड़ा कर दिया था। विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान की एमडी परीक्षा-2007 का पूरा पेपर चिकित्साधिकारी की लिखित परीक्षा में दिया था।
यह प्रश्नपत्र हूबहू एक गाइड से लिया गया था। जिसके सभी 80 सवाल जस के तस थे। गजब ये है कि गाइड से प्रश्नपत्र कॉपी करने के चक्कर में प्रश्न की संख्या 80 ही अंकित कर दी गई थी, जबकि वास्तव में प्रश्नपत्र में 100 प्रश्न आए थे। गाइड में दिया उत्तर का संदर्भ तक कई प्रश्नों से नहीं हटाया गया था। डॉ. गोविंद पारिक की किताब आयुर्वेद संग्रह (गाइड) के पेज नंबर 859 से 868 से यह पेपर आया था।
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