हिना आज़मी/देहरादून. राजधानी देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर को प्राचीन मंदिर माना जाता है. जहां न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि दूसरे राज्यों से भी पर्यटक दर्शन करने आते हैं लेकिन अब यहां देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर में अब एक नया नियम बनाया गया है. मंदिर में आने वाले लोगों के लिए ड्रेस कोड लागू किया गया है यानी मंदिर में अब लोग मर्यादित कपड़ों में ही प्रवेश कर सकते हैं.
देहरादून के स्थानीय निवासी अनामिका का कहना है कि जो संत समाज ने फैसला लिया है वह बिल्कुल ठीक है क्योंकि हमारे मंदिरों में प्राचीन काल से ही हमारे बड़े-बुजुर्ग साड़ी और सूट पहनकर दर्शन करने जाते थे.उनका कहना है कि हम भगवान की प्रार्थना करने के लिए मर्यादित कपड़े पहन कर जाएं क्योंकि उनसे तभी हम कुछ मांग सकते हैं.
क्या कहते हैं लोग
मंदिरों में ड्रेस कोड लागू होने पर अनामिका का कहना है कि आजकल की युवा पीढ़ी शॉर्ट आदि भी पहन कर मंदिर में आ जाती है यह बहुत अभद्र लगता है क्योंकि मंदिरों में बड़े बुजुर्ग भी रहते हैं जिनके सामने यह बुरा असर डालते हैं.उनका कहना है कि हम पूजा करते वक्त या व्रत लेते हैं तो ईश्वर को प्रसन्न करने के लिए मर्यादित कपड़े पहनते हैं तो मंदिर में जाने के लिए भी ऐसा ही होना चाहिए.
आने वाली पीढ़ी को भी पता चलेगा…..
अध्यात्मिक गुरु आचार्य विपिन जोशी का कहना है कि दक्षिण भारत में पहले से ही मंदिरों में नियम बनाए गए हैं कि मर्यादित वेशभूषा के साथ ही लोग मंदिर में प्रवेश कर पाएंगे. अब धीरे-धीरे उत्तर भारत के मंदिरों में भी यह कानून लागू होगा तो हमारी आने वाली पीढ़ी को भी पता चलेगा कि हमें मंदिर में क्या पहन कर जाना चाहिए और क्या नहीं.
ऐसे कपड़े में ही होगी एंट्री
हाल ही में महानिर्वाणी पंचायती अखाड़ा के सचिव महंत रविंद्रपुरी ने दक्ष प्रजापति मंदिर, टपकेश्वर मंदिर और नीलकंठ महादेव मंदिर में छोटे कपड़े पहने महिला और पुरुषों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. मंदिरों के बाहर पोस्टर चस्पा दिए गए हैं जिसमें लिखा गया है कि 80% शरीर ढकने वाले कपड़े पहनने वाले लोगों को ही मंदिर में प्रवेश मिल सकेगा.टपकेश्वर मंदिर के बाहर पोस्टर पर लिखा गया है कि मंदिर में मर्यादित कपड़े ही पहन कर आए. हाफ पेंट, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटी जींस आदि पहनने वाले लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा.
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FIRST PUBLISHED : June 11, 2023, 18:22 IST