सोनीपत. ओलंपियन बजरंग पूनिया ने कहा है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में बयान बदलने वाली नाबालिग लड़की के पिता ने कहा था कि वह ‘काफी दबाव में’ थे और इसी वजह से पूरा परिवार ‘डिप्रेशन में’ था. एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में बजरंग पूनिया, जो डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ पहलवानों के विरोध का एक प्रमुख चेहरा रहे हैं, ने शनिवार को कहा, ‘यदि कोई व्यक्ति दबाव में है, तो उसे कुछ भी कहने के लिए मजबूर किया जा सकता है’.
उन्होंने कहा कि यदि सरकार के आश्वासन के मुताबिक 15 जून तक मामले में आरोप पत्र दाखिल नहीं किया गया तो पहलवान और बड़ा विरोध प्रदर्शन करेंगे. पूनिया ने कहा कि वह नाबालिग के मजिस्ट्रेट के सामने बयान बदलने या उसके पिता की टिप्पणी पर अपनी तरफ से कोई टिप्पणी नहीं करेंगे. पूनिया ने एएनआई से कहा, ‘नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि उन पर हर तरफ से बहुत दबाव था, उनका परिवार काफी दबाव में था. मीडिया ने यह हिस्सा नहीं दिखाया… इसने केवल यह दिखाया कि बयान वापस ले लिया गया है, लेकिन इसका कारण नहीं बताया गया है.’
ओलंपियन ने आगे कहा, ‘अगर बृजभूषण जैसे लोग बाहर घूमेंगे तो जरूर करेंगे (दबाव डालें)… उसके (नाबालिग) पिता ने कहा है कि वह दबाव में हैं और पूरा परिवार अवसाद में है. उन्होंने कहा कि अगर उनके साथ कुछ होता है, तो (लड़की के) पिता को फिर वापस कौन लाएगा? दबाव में लोग कुछ भी कह सकते हैं.’ पूनिया ने कहा कि अगर लड़की नाबालिग है या नहीं, इसका विवरण केवल उसके परिवार द्वारा दिया जा सकता है, भले ही ‘अगर उसके साथ कुछ गलत हुआ है, तो यह बुरा है.’
ओलंपियन पहलवान ने कहा, ‘लड़की के नाबालिग होने या न होने की पूरी जानकारी केवल उसके परिवार के सदस्य ही दे सकते हैं. दुख की बात यह है कि फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं कि पहलवान मंत्रियों के साथ समझौता कर रहे हैं… हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की है. सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया कि हमारी मांगों को सुना जाएगा. यदि जरूरी हुआ, तो हम 15 जून के बाद विरोध करेंगे और हमारे विरोध शुरू करने के बाद कोई भी पहलवान अपने सरकारी नौकरी को फिर से शुरू नहीं करेगा. यदि हम अपना विरोध फिर से शुरू नहीं करते हैं, तो सभी पहलवान अपनी सरकारी नौकरियों में वापस आ जाएंगे.’
पहलवानों ने शनिवार को सोनीपत जिले में छोटूराम धर्मशाला में पंचायत का आयोजन करके खाप, किसानों और महिला संगठनों को बुलाया था जिन्होंने इस आंदोलन में उनका साथ दिया है. पहलवानों ने उन्हें खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से बुधवार को हुई बातचीत के बारे में भी बताया. ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा, ‘यह साबित हो चुका है कि बयान धारा 161 और 164 के तहत रिकॉर्ड किये गए और बदल गए हैं. हमें समझ में नहीं आ रहा.’
उन्होंने कहा, ‘यह साफ है कि नाबालिग के पिता पर दबाव था. दबाव बनाया गया है. हम ऐसे में कितने दिन तक लड़ेंगे.’ साक्षी ने कहा, ‘बजरंग को फोन आ रहे हैं कि बिक जाओ, टूट जाओ. मीडिया द्वारा गलत नरैटिव गढे जा रहे हैं. इससे हमारा दिल टूट गया है.’
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Tags: Bajrang punia, Brij Bhushan Sharan Singh, Sakshi Malik, Vinesh phogat
FIRST PUBLISHED : June 11, 2023, 06:01 IST
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