Breaking News

आपके होम लोन की EMI को कैसे प्रभावित करता है आरबीआई की मौद्रिक नीति का फैसला

ऐप पर पढ़ें

आरबीआई आज इस वित्त वर्ष की दूसरी मौद्रिक नीति की घोषण करने के लिए तैयार है। अधिकतर विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। हालांकि, इस वित्त वर्ष के लिए दर में वृद्धि की संभावना अभी भी खारिज नहीं की गई है। किसी भी तरह से रेपो रेट में वृद्धि या ठहराव का प्रभाव आपके होम लोन की ईएमआई पर पड़ेगा।

पिछली नीति (अप्रैल 2023) में RBI ने तरलता समायोजन सुविधा (LAF) के तहत पॉलिसी रेपो दर को 6.50% पर अपरिवर्तित रखा। इसके बाद इसने स्थायी जमा सुविधा (SDF) दर को भी 6.25% पर अपरिवर्तित रखा, जबकि सीमांत स्थायी सुविधा (MSF) दर और बैंक दर को भी 6.75% पर अपरिवर्तित रखा।

मौद्रिक नीति का ऐलान आज, रेपो रेट में बदलाव की संभावना कम

इससे पहले आरबीआई ने पिछले साल मई से रेपो रेट में 250 बीपीएस अंकों की बढ़ोतरी की है, जिससे बैंकों की लोन और जमा दरों में उल्लेखनीय उछाल आया था। स्टर्लिंग डेवलपर्स के चेयरमैन और एमडी रमानी शास्त्री के मुताबिक रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने के आरबीआई के फैसले का घर खरीदारों पर तत्काल प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह रियल एस्टेट क्षेत्र को कुछ स्थिरता प्रदान करेगा। आरबीआई द्वारा रेपो रेट में एक और बढ़ोतरी रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए अच्छी तरह से नहीं होगी, क्योंकि होम लोन की ब्याज दरें पहले से ही उच्च स्तर पर हैं।

और वृद्धि का मतलब है कि होम लोन पर ब्याज दरें दो अंकों को छू सकती हैं

नीतिगत दरों में और वृद्धि का मतलब है कि होम लोन पर ब्याज दरें अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच सकती हैं और लगभग दो अंकों को छू सकती हैं। इसका खरीदार की भावनाओं और परचेजिंग पाव पर  प्रभाव पड़ सकता है। यानी घर की मांग को कम कर सकता है। एक और बढ़ोतरी से डेवलपर्स के लिए भी उधार लेने की लागत बढ़ जाएगी। निकट भविष्य में ब्याज दरों में और कमी को समग्र बाजार विश्वास को मजबूत करने और घर खरीदारों के लिए इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

उच्च ब्याज दरों का पूर्ण प्रभाव अभी देखना बाकी

नाइट फ्रैंक के प्रबंध निदेशक ने कहा कि हेम लोन की मांग पर दर वृद्धि का प्रभाव अब तक न्यूनतम रहा है। पिछले एक साल में उच्च ब्याज दर और मुद्रास्फीति के बावजूद घर खरीदने के प्रति उपभोक्ताओं के वरीयता का संकेत देते हुए आवासीय मांग उत्साहित बनी हुई है। हालांकि, आर्थिक विकास को वैश्विक मंदी से विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। उच्च ब्याज दरों का पूर्ण प्रभाव अभी तक देखा जाना बाकी है, हम आवास बाजार पर प्रभाव के प्रति सतर्क रहते हैं।



Source : https://www.livehindustan.com/business/story-how-rbi-monetary-policy-decision-affects-your-home-loan-emi-8276545.html

About dp

Check Also

मोदी सरकार की ये बेहतरीन तीन योजनाएं जिन्होंने दी करोड़ों परिवारों को सुरक्षा, क्या आप जानते है इनके बारे में

आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana): इस योजना के तहत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *