पुलिस ने इस मामले में इन नौ किसान नेताओं के अलावा 700 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं, किसान नेताओं ने अब एमएसपी के लिए बड़ा आंदोलन चलाने का एलान किया है। भाकियू (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शाहाबाद अनाज मंडी में पहुंचकर कहा कि पुलिस ने जहां किसानों पर लाठियां बरसाईं, वहीं से एमएसपी के लिए आंदोलन शुरू होगा।
वहीं, पुलिस कार्रवाई के विरोध में लगातार दूसरे दिन प्रदेश के 14 जिलों में लोग सड़कों पर उतरे और 24 जगह जाम लगाया। आक्रोशित लोगों ने पांच जिलों में टोल प्लाजा फ्री कराए। डीएसपी रणधीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को नेशनल हाईवे जाम करने के आरोप में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, जसबीर सिंह मामू माजरा, राकेश बैंस, पंकज हबाना, प्रिंस वड़ैच, जरनैल, नसीब, जयपाल और गुलाब सहित करीब 150 किसानों को हिरासत में लिया था।
बुधवार को इन सभी नौ किसान नेताओं को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इनके अलावा हिरासत में लिए गए अन्य सभी किसानों को पुलिस ने छोड़ दिया। किसानों के अधिवक्ता गुरनाम सिंह ने बताया कि पुलिस ने हाईवे जाम, हत्या की कोशिश सहित अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
राकेश टिकैत ने एसडीएम कपिल शर्मा से गुरनाम सिंह चढूनी से मिलने की पेशकश की। एसडीएम ने इस मांग को नकार दिया। बाद में प्रशासन ने फोन से दोनों नेताओं की बात कराई। टिकैत ने बताया कि चढ़ूनी ने संदेश दिया है कि सरकार से उनकी रिहाई की नहीं, बल्कि एमएसपी पर फसल खरीद की मांग की जाए। किसी भी धरनास्थल से रिहाई की मांग न करे।
सूरजमुखी की एमएसपी पर खरीद के लिए बड़े आंदोलन का एलान
राकेश टिकैत ने बुधवार दोपहर शाहाबाद पहुंचकर कहा कि सूरजमुखी का एमएसपी 6400 रुपये है, लेकिन भावांतर के एक हजार रुपये मिलने के बाद भी किसानों को घाटा हो रहा है। अब एमएसपी के लिए बड़ा आंदोलन शुरू होगा। यह आंदोलन लंबा चलेगा, इसलिए धरनारत किसान संयम रखें। आंदोलन में देशभर से जत्थेबंदियां पहुंचेगी और इसे मजबूत करेंगी। टिकैत ने कहा कि सूरजमुखी एमएसपी की जो जंग गुरनाम चढ़ूनी ने शाहाबाद से शुरू की है, वह देश का आंदोलन बनेगी। सरकार भूल जाए कि यह आंदोलन खत्म होगा। गुरनाम चढ़ूनी की गिरफ्तारी के बाद अब आंदोलन की अगुवाई संयुक्त किसान मोर्चा करेगा। दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक बुलाई गई है। जिसमें इस आंदोलन की रणनीति तय होगी।
जाम लगाया
कुरुक्षेत्र में सात, हिसार, अंबाला, सोनीपत व सिरसा में दो-दो, करनाल, कैथल, यमुनानगर, रोहतक, जींद, अंबाला, फतेहाबाद, भिवानी औरचरखी दादरी में एक-एक जगह –
कितनी देर
कैथल में 4 घंटे, सोनीपत में ढाई घंटे, यमुनानगर में दो घंटे, करनाल, रोहतक व जींद में एक-एक घंटे, फतेहाबाद में डेढ़ घंटे, अंबाला के नारायणगढ़ में आधा घंटा व साहा में 25 मिनट, भिवानी में आधा घंटा, हांसी व हिसार में 10-10 मिनट के लिए जाम लगाया गया।
हिरासत में
कुरुक्षेत्र के पिहोवा में 45 पर मामला दर्ज और 8 हिरासत में, अंबाला में 20, करनाल में 6, रोहतक में 12, घरौंडा में 5 और रेवाड़ी में एक को हिरासत में लिया गया है।
हाईवे पर फूटा किसानों का गुस्सा,14 जिलों में 24 जगह घंटों लगाया जाम
सूरजमुखी की फसल को एमएसपी पर खरीदने की मांग कर रहे किसानों ने लगातार दूसरे दिन कई जिलों में घंटों हाईवे जाम करने सहित धरना देकर नारेबाजी की। बुधवार को शाहाबाद पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने एलान किया कि एमएसपी के लिए बड़ा आंदोलन करना होगा। टिकैत ने कहा, कि गिरफ्तार किए किसानों व किसान नेताओं को पुलिस तत्काल रिहा करे नहीं तो हम आंदोलन करेंगे। उधर, हाईवे जाम होने के कारण वाहन चालकों को अलग-अलग रूटों से डायवर्ट करके निकाला गया।