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ऑपरेशन कावेरी: सूडान से और 288 भारतीय रेस्क्यू, अब तक 14 बैच में 2000 से अधिक बचाए गए

हाइलाइट्स

ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे 288 भारतीयों को सफलतापूर्वक निकाला गया.
यह 14वां जत्था जेद्दा रवाना हो गया.
अब तक लगभग 2,400 भारतीयों को सूडान से निकाला जा चुका है.

खार्तूम. भारतीय नौसेना का जहाज INS तेग ने शनिवार को संकटग्रस्त सूडान (Sudan) से ऑपरेशन कावेरी (Operation Kaveri) के तहत फंसे 288 भारतीयों को सफलतापूर्वक निकाला. फंसे हुए नागरिकों का यह 14वां जत्था जेद्दा जा रहा है. इसके बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा ‘ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों का 14वां जत्था पोर्ट सूडान से रवाना हुआ. INS तेग पर सवार 288 यात्री जेद्दा के रास्ते में हैं.’

न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार इससे पहले पोर्ट सूडान में तैनात आईएनएस सुमेधा भी संकटग्रस्त देश से 300 यात्रियों के साथ जेद्दाह के लिए रवाना हुआ था. बागची ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा ‘लगभग 2,400 भारतीयों को निकाला गया! आईएनएस सुमेधा पोर्ट सूडान से 300 यात्रियों को लेकर जेद्दाह के लिए रवाना हुआ.ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीयों का 13वां जत्था निकाला गया.’

पढ़ें- ऑपरेशन कावेरी: सूडान से 365 और भारतीयों की हुई वतन वापसी, अब तक 1725 यात्री पहुंचे स्वदेश

ऑपरेशन कावेरी के तहत भारत सरकार, सूडान से लगभग 3,000 भारतीय मूल के यात्रियों को निकालने की कोशिश में लगी हुई है. ऑपरेशन कावेरी के तहत शनिवार शाम सूडान से कुल 365 भारतीय नई दिल्ली पहुंचे. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को ट्वीट किया ‘#OperationKaveri के तहत और भारतीय घर वापस आ चुके हैं. 365 यात्री अभी नई दिल्ली पहुंचे हैं.’

अरिंदम बागची ने ट्वीट किया ‘भारतीय निकासी को लेकर एक और उड़ान जेद्दा से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई. इस छठी आउटबाउंड फ्लाइट में सवार 365 यात्री अपने घर वापस जा रहे हैं.’ शनिवार सुबह संघर्षग्रस्त सूडान से 231 भारतीय यात्रियों को लेकर एक विमान नई दिल्ली पहुंचा. भारतीय प्रवासियों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे लगाए और ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से उन्हें बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर की भी सराहना की.

यह भी पढ़ें- ऑपरेशन कावेरी: सूडान से निकाले गए 1191 भारतीयों में से 117 को क्वारंटाइन में रखा गया, जानिए क्या है वजह

एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार ऑपरेशन कावेरी के तहत कुल 1,191 यात्रियों को सूडान से निकाला गया है, जिनमें से 117 वर्तमान में क्वारंटाइन में हैं क्योंकि उन्हें येलो फीवर का टीका नहीं लगाया गया है. यात्रियों को सात दिनों के बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा यदि उनमें कोई लक्षण नहीं दिखते हैं तो.

सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच संघर्ष के परिणामस्वरूप सूडान इस समय रक्तपात का सामना कर रहा है. 72 घंटे के संघर्षविराम के बावजूद हिंसा के आरोप लगते रहे हैं. सूडानी सेना के नेता अब्देल फतह अल-बुरहान के वफादार सैनिकों और उनके डिप्टी, अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट सोल्जर्स (RSF) कमांडर मोहम्मद हमदान दगालो के बीच जंग छिड़ी हुई है.

Tags: Indian, Rescue operation, Sudan conflict

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