Breaking News

AK के सबसे भरोसेमंद सहयोगी हैं मनीष सिसोदिया, 23 साल पहले दोनों के बीच ऐसे शुरू हुआ था विश्वास का रिश्ता

विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सबसे भरोसेमंद सहयोगी माना जाता है। केजरीवाल के करीबी लोगों में सिसोदिया का नाम सबसे ऊपर आता है। संभवत: इसी वजह से पार्टी और सरकार, दोनों जगह केजरीवाल के बाद उन्हें सेकंड-इन-कमांड माना जाता है। खुद केजरीवाल भी मानते हैं कि राजनीति में उनकी अब तक की यात्रा में सिसोदिया का भी बेहद अहम योगदान रहा है।

हाल ही में एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में केजरीवाल ने बताया था कि 29 दिसंबर 1999 को जब उन्होंने ‘परिवर्तन’ नाम का एनजीओ की शुरुआत की थी, तब सिसोदिया वॉलंटियर के रूप में उसमें शामिल होने वाले पहले व्यक्ति थे। यह देखकर वह बड़े खुश हुए थे और उन्होंने खुद सिसोदिया के घर जाकर उनसे मुलाकात भी की थी। तब से अब तक उनकी दोस्ती को 23 साल हो गए हैं। दोनों ने ही अपनी-अपनी नौकरियां छोड़कर पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का काम किया और फिर अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से उन्हें एक नई पहचान मिली। बाद में राजनीतिक दल बनाने के फैसले में भी सिसोदिया ने केजरीवाल का पूरा साथ दिया और उनके भरोसेमंद सिपाही की तरह हर वक्त उनके साथ खड़े नजर आए। दोनों के परिवारों के बीच भी काफी मधुर संबंध रहे। सिसोदिया के परिवार में उनकी मां और पत्नी के अलावा एक बेटा भी है, जो विदेश में पढ़ाई कर रहा है।

Manish Sisodia News: सिसोदिया के सफर की कहानी, 98 में दोस्ती, पत्रकार जो अरविंद केजरीवाल का दायां हाथ बन गया
महज 10 साल में एक पत्रकार से उप-मुख्यमंत्री की कुर्सी तक का सफर करने वाले सिसोदिया वैसे तो शुरू से ही सरकार में अहम भूमिका निभाते आ रहे थे, लेकिन मंत्री सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई। इस वक्त वह दिल्ली सरकार के कुल 18 अहम विभागों का जिम्मा संभाले हुए थे। हालांकि, शिक्षा को वह शुरू से ही अपना प्रिय क्षेत्र बताते रहे और उसके सुधार पर उनका खास फोकस भी रहा, लेकिन नए मंत्रालय मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर के तौर पर भी उनके काम को केजरीवाल ने सराहा। इसके अलावा, वित्त मंत्री के तौर पर सरकार की योजनाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए फंड्स के एलोकेशन में भी उनकी बेहद अहम भूमिका रही।

देशभर में ‘आप’ के विस्तार में भी काम किया

केवल दिल्ली सरकार ही नहीं, बल्कि देशभर में आप के विस्तार में भी सिसोदिया केजरीवाल के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे थे। जिस वक्त केजरीवाल गुजरात विधानसभा चुनाव में व्यस्त थे, उस समय दिल्ली में एमसीडी चुनाव के प्रचार का पूरा बीड़ा सिसोदिया ने अपने ही कंधों पर उठा रखा था। गुजरात, हिमाचल, गोवा, पंजाब, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए भी रणनीति बनाने से लेकर चुनाव प्रचार तक में सिसोदिया का अहम योगदान रहा।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ में जन्मे 51 साल के मनीष सिसोदिया पूर्वी दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह आप के संस्थापक सदस्य और पार्टी में फैसले लेने वाली सर्वोच्ची बॉडी पीएसी के मेंबर भी हैं। 90 के दशक में पत्रकारिता के पेशे से जुड़ने के बाद उन्होंने रेडियो और न्यूज चैनलों में काम किया, लेकिन जल्द ही वह समाजसेवा और फिर सियासत से जुड़ गए।

About dp

Check Also

दिल्ली की आंगनबाड़ी मे काम करनें वाली महिलाओं के लिए केजरीवाल सरकार की एक ख़ास पहल

इन दिनों दिल्ली सरकार ने जनता की सुविधा के लिए कई योजनाएं चलाई हुईं हैं। …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *