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Adani Power Share: अडानी पावर के शेयरों में आज जबरदस्त तेजी है। अडानी पावर का शेयर शुरुआती कारोबार में 3.15% की तेजी के साथ 143.90 रुपये पर कारोबार कर रहा था। कंपनी के शेयरों में तेजी के पिछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) ने कोरबा वेस्ट पावर (Korba West Power) के कर्ज समाधान के लिए साल 2019 में पेश अडानी पावर के प्रस्ताव को सही ठहराने के साथ ही शापूरजी पलोनजी एंड कंपनी को लंबित दावों के लिए मध्यस्थता प्रक्रिया में जाने को कहा है।
क्या है मामला?
एनसीएलएटी की दो-सदस्यीय पीठ ने शापूरजी पलोनजी एंड कंपनी की तरफ से दायर याचिका पर यह फैसला सुनाया। इस याचिका में अडानी पावर की तरफ से पेश कर्ज समाधान प्रस्ताव को मंजूरी देने के एनसीएलटी के आदेश को चुनौती दी गई थी। एनसीएलटी की अहमदाबाद पीठ ने 24 जून, 2019 को अपने आदेश में कर्जदार कंपनी कोरबा वेस्ट पावर के कर्ज समाधान के लिए अडानी पावर की तरफ से पेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। हालांकि, उस समय कोरबा वेस्ट पावर पर शापूरजी पलोनजी एंड कंपनी की 45.22 करोड़ रुपये की देनदारी बाकी थी और यह मामला मध्यस्थता प्रक्रिया में था।
अडानी पावर के शेयरों का हाल
बता दें कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में तगड़ी गिरावट देखी गई है। इस दौरान अडानी पावर का शेयर लगभग 40% नीचे गिर चुका है। इसका 52 वीक हाई प्राइस 432.80 रुपये है। वहीं, 52 वीक का लो भाव 115.50 रुपये है। अडानी पावर का मार्केट कैप 55,462.78 करोड़ रुपये है।
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कैसे रहे दिसंबर तिमाही के नतीजे
अडानी ग्रुप की पावर कंपनी को दिसंबर तिमाही में 96% का तगड़ा नुकसान हुआ है। कंपनी ने हाल ही में बताया कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 31 दिसंबर, 2022 (Q3FY23) को समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 96% घटकर 8.7 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी को पिछले साल की इसी तिमाही में ₹218.5 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था। इस वित्तीय वर्ष की सितंबर तिमाही में अडानी पावर ने टैक्स के बाद कंसोलिडेटेड प्रॉफिट (PAT) में 401.6% की तेजी थी और यह ₹695.53 रुपये पर पहुंच गया था। इससे पहले सितंबर 2021 में यह ₹230.6 करोड़ था। वहीं, अडानी पावर का रेवेन्यू दिसंबर तिमाही में 45% बढ़ गया और यह 7,764.4 करोड़ रुपये हो गया है। एक साल पहले कंपनी का रेवेन्यू 5,360.9 करोड़ रुपये था। एबिटा एक साल पहले इसी अवधि में ₹1,770.8 करोड़ के मुकाबले 17% कम होकर ₹1,469.7 करोड़ रही।