Morbi Bridge Collapse : गुजरात के मोरबी जिले में रविवार शाम को मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज (झूलता पुल) टूटने की घटना में अब तक कम से कम 134 लोगों की मौत हो चुकी है। मोरबी में हुए इस दर्दनाक हादसे ने सरकार के साथ ही हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। गुजरात सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शांति के लिए 2 नवंबर को राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया है। साथ ही राज्य में सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई सरकारी समारोह नहीं किया जाएगा।
गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट कर बताया, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी की अध्यक्षता में गांधीनगर राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में मोरबी की त्रासदी में मारे गए लोगों के शोक में 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया है।”
”राज्य में सरकारी भवनों पर 2 नवंबर को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी सरकारी सार्वजनिक समारोह, स्वागत या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।”
”मैं पूरे राज्य से विनम्रतापूर्वक अपील करता हूं कि उस दिन इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाली दिवंगत आत्माओं की शांति और साथ ही उनके परिवारों को इस आघात को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना करें।”
बता दें कि, मोरबी पुल हादसे में 134 लोगों की मौत हो चुकी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में लगीं थल सेना, जल सेना, वायुसेना और एनडीएफआरएफ की टीमें अब भी अन्य लोगों की तलाश कर रही हैं। राज्य सरकार ने पुल टूटने की घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है।
मोरबी में मच्छु नदी पर बना यह पुल एक सदी से भी अधिक समय पुराना है। मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के चलते यह पुल करीब 6 महीने से बंद था और पांच दिन पहले ही इसे आम जन के लिए फिर से खोला गया था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अंग्रेजों के समय का यह ‘हैंगिंग ब्रिज’ जिस समय टूटा, उस समय उस पर सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद थे। इनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक थी, जो पुल टूटने के कारण नदी में गिर गए। दिवाली की छुट्टी और रविवार होने के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे इस पुल पर काफी भीड़ थी।
एक निजी संचालक ने लगभग छह महीने तक पुल की मरम्मत का काम किया था। पुल को 26 अक्टूबर को गुजराती नववर्ष दिवस पर जनता के लिए फिर से खोला गया था। हालांकि, एक अधिकारी ने बताया कि मरम्मत का काम पूरा होने के बाद इसे जनता के लिए खोला गया था लेकिन स्थानीय नगर निकाय ने अभी तक कोई फिटनेस प्रमाणपत्र जारी नहीं किया था।