इसके बाद से अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी उपराज्यपाल के खिलाफ हमलावर रुख अपनाए हुए है। उपराज्यपाल सचिवालय के अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई मामले की जांच कर रही है और एजेंसी पहले ही केवीआईसी के दो आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। उन्होंने कहा कि मामला राउज एवेन्यू कोर्ट, नई दिल्ली में लंबित है।
अधिकारियों ने कहा, ‘यह दोहराया जाता है कि मामला सिर्फ 17.07 लाख रुपए का है, जबकि ‘आप’ इसे 1,400 करोड़ रुपए का बताकर दुष्प्रचार कर रही है। यह आरोप लगाने वालों की महज एक कल्पना है और उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।’ उपराज्यपाल कार्यालय ने एक नोट में कहा, ‘उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार के अत्यधिक मानहानिकारक और झूठे आरोप लगाने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं सौरभ भारद्वाज, आतिशी, दुर्गेश पाठक और जैस्मीन शाह व अन्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है।’
‘आप’ विधायकों ने उपराज्यपाल के इस्तीफे की मांग को लेकर सोमवार को विधानसभा में हंगामा किया था जिस कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। बाद में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत ‘आप’ के कई नेताओं ने विधानसभा के अंदर और बाहर यह आरोप दोहराया था।