हाइलाइट्स
नासा शनिवार को अपने शक्तिशाली न्यू मून रॉकेट को लॉन्च करने का नया प्रयास करेगा.
अंतरिक्षयान 322 फुट या 98 मीटर लंबा है, जो नासा द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे ताकतवर रॉकेट है.
एक इंजन में खामी आने की वजह से इसके सोमवार सुबह निर्धारित लॉन्च को टालना पड़ा था.
वाशिंगटन. नासा शनिवार को अपने शक्तिशाली न्यू मून रॉकेट को लॉन्च करने का नया प्रयास करेगा. इस सप्ताह की शुरुआत में लॉन्च के एक परीक्षण करने की योजना थी. लेकिन इसे बाद में रद्द कर दिया गया था. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि लॉन्च की अंतिम तैयारियों के दौरान ईंधन के रिसाव और फिर एक इंजन में खामी आने की वजह से इसके सोमवार सुबह निर्धारित लॉन्च को टालना पड़ा. गौरतलब है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस सहित दसियों हजार लोग लॉन्च को देखने के लिए एकत्रित हुए थे.
एएफफी की एक रिपोर्ट के अनुसार नासा में आर्टेमिस (Artemis) 1 के मिशन मैनेजर माइक सराफिन ने मंगलवार को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान नए लॉन्च प्रयास की तारीख की घोषणा की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के अमेरिकी कार्यक्रम में यह एक महत्वपूर्ण कदम है.
#UPDATE NASA will make a second attempt to launch its powerful new Moon rocket on Saturday, after scrubbing a test flight earlier this weekhttps://t.co/bBdgt0cciR pic.twitter.com/9ZcphT4VtB
— AFP News Agency (@AFP) August 31, 2022
पहले असफल प्रयास के बारे में बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि नासा के सामने नई समस्या आ गयी, जब वह अपने चार प्रमुख इंजनों में से एक को सही तरीके से ठंडा नहीं कर पाया. लॉन्च को स्थगित करने की घोषणा के बाद इंजीनियरों ने आंकड़ों को जुटाने और समस्या की जड़ का पता लगाने का काम जारी रखा. लॉन्च 50 साल पहले अपोलो कार्यक्रम के समाप्त होने के बाद से पहली बार चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने के अमेरिका के प्रयास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है.
अंतरिक्षयान की बात करें तो यह 322 फुट या 98 मीटर लंबा है, जो नासा द्वारा बनाया गया अब तक का सबसे ताकतवर रॉकेट है और सैटर्न -5 से भी शक्तिशाली है, जो अपोलो कार्यक्रम के अंतरिक्षयात्रियों को चंद्रमा तक लेकर गया था. इसका नाम अमेरिकी पौराणिक मान्यता के अनुसार अपोलो की जुड़वां बहन आर्टेमिस के नाम पर रखा गया है.
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि यह एक बहुत ही जटिल मशीन है. इसके साथ ही एक बहुत ही जटिल प्रणाली भी है, और उन सभी चीजों को एक साथ काम करना है. आप इसे तब तक नहीं भेजते जब तक कि वह जाने के लिए तैयार न हो जाए. (भाषा इनपुट के साथ)
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Tags: Nasa, Space Science
FIRST PUBLISHED : August 31, 2022, 07:47 IST